लाइफ में हंसते-मुसकुराते रहना जरूरी है, इससे मूड और माइंड दोनों फ्रेश रहते हैं. साथ ही मानसिक तनाव दूर होने से सेहत भी अच्छी रहती है. हम आपके लिए लेकर आए हैं जोक्स का खजाना, जिन्हें पढ़कर आपके चेहरे पर आ जाएगी मुस्कान.
मिंकू- तुम खाली पेट कितने सेब खा सकते हो?
पिंटू- मैं 6 सेब खा सकता हूं.
मिंकू- गलत, तुम सिर्फ 1 सेब खा सकते हो, क्योंकि जब तुम दूसरा खाओगे तो तुम्हारा पेट खाली नहीं होगा.
पिंंटू- Wow superb joke... मैं अपने दोस्तों को सुनाऊंगा.
अगले दिन पिंटू- तुम खाली पेट कितने सेब खा सकते हो?
चिंटू - मैं 3 सेब खा सकता हूं?
पिंटू- पागल …6 बोलता तो मस्त जोक सुनाता.
टिल्लू- तांत्रिक बाबा, किसी सुंदर लड़की का हाथ पाने के लिए क्या करूं.
तांत्रिक- किसी मॉल के बाहर मेहंदी लगाने का काम शुरू कर दे.
टिल्लू- बेहोश.
मोनू- डॉक्टर साहब 2 साल पहले मुझे बुखार आया था तो आपने नहाने के लिये मना किया था.
डॉक्टर- तो अब क्या?
मोनू- आज इधर से गुजर रहा था तो सोचा कि पूछता चलू ..”अब नहा लूं क्या”?
पिताजी डांटते हुए बोले- राजू तुम्हें फूल तोड़ लाने को कहा था और तुम पूरी डाली तोड़ लाए,
जल्दी बोलो क्यों?
मोलू- पिताजी, वहां लिखा था कि फूल तोड़ना मना है, इसलिए मैं डाली सहित तोड़ लाया.
डॉक्टर- तुमने आने में देर कर दी.
गोलू- क्या हुआ डॉक्टर साहब, कितना वक्त बचा है मेरे पास?
डॉक्टर- मर नहीं रहे हो, 6 बजे का अपॉइंटमेंट था 7 बजे आए हो.
खूबसूरत लड़की को देख भिखारी शर्मा कर बड़े अदब में बोला... ऐ मसकली- भगवान के नाम पर कुछ दे....
लड़की- ये लो मेरी डिग्री रख लो...काम आएगी.
भिखारी- अब क्या रूलाएगी. तुझे चाहिए तो मेरी मैनजमेंट की रख ले.
आधार कार्ड का ऑफिस बंद था
कार्ड बनवाने के लिए लम्बी लाइन लगी हुई थी,
एक आदमी बार बार लाइन में आगे जाने की कोशिश कर रहा था,
लोग बार उसे पीछे पकड़ कर खीच देते थे,
उसने 4-5 बार कोशिश की,
फिर हारकर वह बोला, लगे रहो लाइन में,
मैं आज ऑफिस ही नहीं खोलूंगा.
(डिस्क्लेमरः इस सेक्शन के लिए चुटकुले वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर हो रहे पॉपुलर कंटेंट से लिए गए हैं. इनका मकसद सिर्फ लोगों को थोड़ा गुदगुदाना है. किसी जाति, धर्म, मत, नस्ल, रंग या लिंग के आधार पर किसी का उपहास उड़ाना, उसे नीचा दिखाना या उसपर टीका-टिप्पणी करना हमारा उद्देश्य कतई नहीं है.)