पूर्वी लद्दाख के LAC पर चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय सपूतों ने अपनी शहादत दे दी. इन्हीं 20 से एक थे झारखंड के कुंदन ओझा. जिनकी बहादुरी पर आज पूरे देश को नाज है. कुंदन ने देश से किया वादा तो निभाया लेकिन घरवालों के वादे को ना निभा सके. 17 दिनों की बेटी से मिलने नहीं आ सके. आज पूरा परिवार सदमे में है.