लहरों का रौद्र रूप किस कदर तबाही मचा सकता है. उत्तराखंड के कोटद्वार में एक मकान देखते-देखते महज़ चंद सेकेंड में ताश के पत्ते की तरह ढह गया. इसे निगल जाने में बिजली की रफ्तार वाली लहरों को जरा भी वक्त नहीं लगा. कोटद्वार में तीन दिन से मूसलाधार बारिश के बाद नदी-नालों की लहरें बेकाबू हो गई हैं.