सरहद की सुरक्षा के लिए कभी उन्होंने जान की बाजी लगा दी थी. लेकिन, 13 साल पहले सरहद की रखवाली करते हुए उसके साथ ऐसा हादसा हुआ कि अब रोजी-रोटी के लिए वो दर-दर भटकने को मजबूर है. ये कहानी है बीएसएफ में कांस्टेबल रहे अशोक सिरोही की.