बीजेपी ने ट्रिपल तलाक के मुद्दे पर मुस्लिम महिलाओं के वोट हासिल करने का दावा किया था लेकिन अब वक्त है वादा निभाने का वोट देने के बाद उन्हीं महिलाओं ने बीजेपी को उसका वादा याद दिलाना शुरू कर दिया है.आतिया को उनके पति ने सिर्फ इसलिए तलाक दिया था क्योंकि उन्होंने दो बेटियों को जन्म दिया। तलाक भी दिया एक सादे से परचे पर लिखकर. उनके पति वाज़िद ने दारुल उलूम देवबंद से फतवा लाकर तलाक को जायज़ भी ठहरा दिया. अपने साथ हुई नाइंसाफी पर वो चुप नहीं बैठी बल्कि अपनी इस लड़ाई को सुप्रीम कोर्ट तक ले गईं. उन्होंने दारुल उलूम के साथ-साथ कानून मंत्रालय, अल्पसंख्यक विभाग और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को कोर्ट में घसीट लिया.