योग और कॉर्पोरेट दुनिया में अपना सिक्का जमाने के बाद बाबा रामदेव को अब अपने उत्तराधिकारियों की तलाश है. वो भी एक या दो नहीं पूरे एक हजार. बाबा रामदेव का कहना है कि वो संन्यासियों की ऐसी खेप तैयार कर रहे हैं जो भारतीय संस्कृति, परंपरा और ज्ञान विज्ञान का परचम पूरी दुनिया में लहरा दें और इसके लिए पहली खेप को रामनवमी के दिन दीक्षा दी जाएगी.