अरविंद केजरीवाल कभी अन्ना हजारे के साए की तरह उनके साथ रहते थे और अन्ना भी केजरीवाल की सलाह के बिना कुछ नहीं कहते थे. लेकिन आज दोनों में बंटवारा हो गया है. बंटवारा लोकपाल की सोच को लेकर हुआ है. एक तरफ अन्ना को सरकारी लोकपाल अच्छा लगने लगा है तो दूसरी तरफ ‘आप’ नेता गोपाल राय को अन्ना की डांट खानी पड़ी.