मॉस्को में आज हिन्दुस्तान के जवानों ने जो कदमताल किया, वो रूस के साथ दोस्ती का एक अहम चैप्टर है. चीन इसे देखकर परेशान हो उठा होगा. उसे भारत-रूस की दोस्ती पर भी जलन हो रही होगी. मौका था नाजी जर्मनी पर सोवियत संघ की जीत के 75वें विक्ट्री डे परेड का. जहां भारतीय सेना के तीनों अंगों के 75 सदस्यीय दल ने हिस्सा लिया, और दुनिया को उस विश्वयुद्ध में भारतीय जवानों की शहादत को सलाम किया. भारत और रूस की दोस्ती का ये सिर्फ संकेत भर है. इसे देखकर चीन की बेचैनी जरूर बढ़ी होगी. जब से रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मास्को पहुंचे हैं, चीन चिंतित है. लेकिन चीन सुन ले कि रूस और भारत की दोस्ती कितनी अहम है. देखें ये रिपोर्ट.