क्या वो उम्मीद की क्रांति अधूरी रह जाएगी? क्या वो बदलाव का आंदोलन अपनी मंजिल हासिल नहीं कर जाएगा? वो जो तिरंगा लेकर देश की युवा ताकत पहली बार सड़कों पर उतरी थीं क्या बेकार चला जाएगा उनका जज्बा.