दीपक तले अंधेरा वाली कहावत तो सुनी होगी आज बानगी भी देख लीजिए. राजस्थान विधानसभा में स्पीकर के कमरे में एक दलित की मौत हो जाती है. मृतक के घरवालों का आरोप है कि ये मौत नहीं हत्या थी. घरवालों की इंसाफ की गुहार किसी ने नहीं सुनी. विधानसभा में भी इस मामले का कभी जिक्र तक नहीं हुआ. अब अदालत के आदेश के बाद मामले की जांच हो रही है.