लोकपाल का भविष्य अधर में लटका है. लेकिन अन्ना ने रालेगण के लोगों को एक लोकपाल दे दिया है. बात हो रही है अन्ना के निजी सचिव दादा पठारे के चार महीने के बेटे की जिसका अन्ना ने लोकपाल नाम रखा है.