अन्ना हजारे को तिहाड़ भेजकर सरकार खुद ही मुश्किल में फंस गई है. अन्ना के समर्थक तिहाड़ जेल के बाहर जमा होकर अन्ना के बाहर आने का इंतजार कर रहे हैं. सरकार समझ नहीं पा रही है कि आखिर अब क्या किया जाए.