रालेगण सिद्धि में अन्ना हजारे ने एक बार फिर से हुंकार भरते हुए कहा कि साफ़ चरित्र और ईमानदारी मेरी सबसे बड़ी ताक़त है औश्र तमाम हमलों के बावजूद मैं चट्टान की तरह अडिग रहूंगा.