जिसके पेट में महीनों तक अन्न का दाना ना जाए, वो भला कैसे ज़िंदा रह सकता है और नोएडा की बदक़िस्मत बहनों के साथ यही हुआ. छह महीने से अपने ही घर में क़ैद दो बहनों में से एक ने दम तोड़ दिया. 40 साल की उम्र में अनुराधा की ज़िंदगी ख़त्म हो गई.