अंकिता हत्याकांड में बनाई गई एसआईटी फॉरेंसिक टीम के साथ पुलकित आर्य के रिजॉर्ट पहुंची है. इस रिजॉर्ट पर बुलडोजर चल चुका है, अब एसआईटी यहां सबूत तलाशने पहुंची है. ये टीम अभी रिजॉर्ट के कमरे में जांच-पड़ताल करके सबूत जुटा रही है. यहां स्थानीय लोगों ने जमकर तोड़फोड़ की थी.
अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने रिजॉर्ट को गिराए जाने पर सवाल उठाए थे. उन्होंने सरकार से पूछा था कि रिजॉर्ट को क्यों गिराया, जबकि वहां तो सारे सबूत थे. साथ ही मांग की है कि अंकिता मर्डर केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए, ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा हो सके. अंकिता के परिजनों ने अबतक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया है.
पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्हें प्रशासन की कार्रवाई पर भरोसा नहीं है. जब तक अंकिता की पूरी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक बेटी की पार्थिव देह का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. मृतका के मौसा एमएस राणा ने कहा कि जब तक पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हो जाती, हम तब तक अंत्येष्टि नहीं करेंगे. हम अंतिम संस्कार करने से मना नहीं कर रहे हैं.
प्रशासन की कार्रवाई पर प्रियंका ने उठाए सवाल
अंकिता मर्डर केस में प्रशासन की कार्रवाई और रिजॉर्ट से सबूत मिटाने पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी सवाल उठाए हैं. प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा, 'उत्तराखंड की अंकिता के साथ दिल दहलाने वाली घटना घटी, लेकिन इतनी बड़ी घटना के बाद भी प्रशासन केवल दिखावटी कार्रवाई तक सीमित है. जरा सोचिए कि अंकिता के मां-बाप पर क्या गुजर रही होगी? परिजनों का सवाल है कि घटना के सबूतों को क्यों मिटाया जा रहा है?'
'क्यों नहीं दी जा रही पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट?'
इसके बाद प्रियंका ने एक और ट्वीट किया है, जिसमें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने लिखा, 'पूरी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट उन्हें क्यों नहीं दी जा रही है? न्याय का तकाजा कहता है कि सरकार को गंभीरता व संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई करनी चाहिए. परिजनों की बात सुननी चाहिए. लापरवाही करने वाले लोगों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाए व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर दोषियों को सजा दी जाए.'
इधर, पौड़ी एएसपी शेखर सुयाल ने कहा, 'कई मीडिया रिपोर्ट्स और पोर्टल में चल रहा है कि साक्ष्य मिटाए गए हैं. मैं बताना चाहता हूं कि हम खुद 22 सितंबर को रिजॉर्ट गए थे, जहां हमने वीडियोग्राफी की थी. 23 सितंबर की सुबह फॉरेंसिक टीम ने जांच की थी और साक्ष्यों को सुरक्षित किया था.'
पुलकित की क्राइम कुंडली तलाश रही पुलिस
इस दौरान अब उत्तराखंड पुलिस पुलकित आर्य की क्राइम कुंडली भी खंगाल रही है, जिसके बाद कई और मामलों का खुलासा हो सकता है. इस जांच के बाद साल 2016 में धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया है, जिसमें पुलकित आर्य ने हरिद्वार में BAMS करने के लिए फर्जी दस्तावेज भी दिए थे. धोखाधड़ी के इस मामले में पुलकित पर हरिद्वार में धारा 420, 468 के तहत मामला दर्ज किया गया था.