इन दिनों विश्व विख्यात केदार धाम की यात्रा में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है. रिकार्ड संख्या में तीर्थ यात्री बाबा केदार के दर्शन कर रहे हैं. मात्र 13 दिन में तीन लाख अस्सी हजार से अधिक भक्तों ने बाबा केदार के दर्शन किये हैं, जो कि एक नया रिकार्ड बन गया है. इस सबके बीच हरिद्वार और ऋषिकेश के कुछ ट्रेवल एजेंट यात्रियों के साथ रजिस्ट्रेशन का फर्जीवाड़ा भी कर रहे हैं. ये एजेंट यात्रियों के फर्जी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन बना रहे हैं और फिर यात्रियों को केदारनाथ धाम की यात्रा पर भेज रहे हैं.
यहां आने पर यात्रियों के रजिस्ट्रेशन चेक किये जा रहे हैं और फिर यात्रियों को पता चल रहा है कि उनके फर्जी रजिस्ट्रेशन बनाये गये हैं. जिस कारण यहां पहुंचकर यात्रियों को आधे रास्ते से बाबा केदार के दर्शन किये बगैर ही वापस लौटना पड़ रहा है. बुधवार को चेकिंग ड्यूटी पर नियुक्त पुलिस बल ने सख्ती के साथ यात्रियों के रजिस्ट्रेशन की चेकिंग की. वाहनों में आये यात्रियों के पंजीकरण को पर्यटन विभाग की टीम के साथ मिलकर चेक करने पर पाया तो यात्रियों द्वारा दिखाये गये पंजीकरण एवं पंजीकरण में अंकित तिथि में काफी अन्तर आया.
इस अंतर से स्पष्ट हुआ कि ये पंजीकरण फर्जी बनाये गये हैं. पुलिस स्तर से मौके पर संबंधित यात्रियों एवं ट्रैवल्स एजेन्सी से पूछताछ करने पर इनके द्वारा गोल-मोल जवाब दिया गया. ऐसे प्रकरणों में सख्ती बरतते हुए कोतवाली रुद्रप्रयाग में कार्रवाई की गई. ऐसे कुल 9 मामलों में केस दर्ज किया गया है.
पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा भदाणे ने कहा कि केदारनाथ धाम यात्रा पर आ रहे यात्रियों को हरिद्वार एवं ऋषिकेश के टूर ट्रैवल एजेंट फर्जी पंजीकरण बनाकर यात्रा पर भेज रहे हैं. पुलिस स्तर से ठगी करने, जालसाजी व दस्तावेज का उपयोग धोखाधड़ी करने के प्रयोजन, जाली दस्तावेज का असली में उपयोग करने संबंधी धाराओं मे पंजीकृत हुए इन सभी 9 अभियोगों में विवेचनात्मक कार्रवाई की गयी है.