उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में बुधवार को बाइकर और यूट्यूबर अगस्त्य चौहान (YouTuber Agastya Chauhan) की एक हादसे में मौत हो गई. इस हादसे की जिस बात ने सभी को चौंकाया था, वो थी बाइक की स्पीड. दावा किया गया कि हादसे के वक्त बाइक की रफ्तार बहुत ज्यादा थी. अगस्त्य की मौत के बाद परिवार सदमे में है. अगस्त्य के पिता का कहना है कि वह बहुत होनहार लड़का था. आर्म्स रेसलिंग नेशनल चैंपियन था.
उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस से उम्मीदें हैं. उत्तराखंड पुलिस ने मेरे बेटे को बेवजह बदनाम किया, तंग किया. उन्होंने कहा कि मेरा बेटा एक्सीडेंट से नहीं, हिट एंड रन से मारा गया. वहीं अगस्त्य की बुआ के बेटे शौर्य का आरोप है कि भाई की हत्या हुई है.
शौर्य ने कहा कि एक अफवाह के कारण ऐलान कर दिया कि स्पीड 300 प्रतिघंटा थी, जो कि सरासर गलत है. हेलमेट के टुकड़े थे, बाइक को मामूली खरोंच आई. शौर्य ने कहा कि अगस्त्य के साथ वाले लड़कों आमिर, माजिद से फोन पर बात हुई. अगस्त्य की मौत के बाद से गायब हैं. कह रहे थे कि हम आएंगे, लेकिन अब तक नहीं आए. भाग क्यों रहे हैं. अगस्त्य की बाइक के कैमरे से सब कुछ पता चल जाएगा.

'अगस्त्य को रेसिंग के लिए उकसाया, फिर पीछे से हिट किया'
अगस्त्य के परिजन दुर्घटना को लेकर संदेह जता रहे हैं. उनका मानना है कि अगस्त्य का इतना अच्छा कंट्रोल था कि उसने पहाड़ों पर वीडियो बनाए, कभी उसका एक्सीडेंट नहीं हुआ. अगस्त्य के परिजन उसके उन चार दोस्तों पर संदेह जता रहे हैं, जो उसके साथ थे.
अगस्त्य के परिजनों का कहना है कि 'अगस्त्य को रेसिंग के लिए उकसाना और फिर रेसिंग के दौरान उसकी बाइक में पीछे से हिट किया जाना संदेह पैदा करता है. यूपी पुलिस भी अगस्त्य चौहान की मौत को लेकर संदेह जता रही है और जांच कर रही है. हम भी चाहते हैं कि हमें जो संदेह है, पुलिस उसे दूर करे और इंसाफ दिलाए.'
'अगस्त्य को उकसाकर अपने साथ ले गए थे चार लड़के'
अगस्त्य चौहान की बुआ ममता सिंह ने कहा कि अगस्त्य मेरे छोटे भाई जितेंद्र का बेटा था. वह इतना काबिल लड़का था, जिसने उत्तराखंड का नाम रोशन किया. आर्म्स रेसिंग में यूट्यूब पर सेलिब्रिटी बना, तो स्वाभाविक बात है कि दूसरों को इससे परेशानी होती है. उसके साथ जितने भी दोस्त थे या बाकी लोग, सब को यह लगता था कि यह लड़का इतनी कम उम्र में इतना कामयाब हो गया, कैसे हो गया. सवाल यह है कि जो 4 लड़के उसके साथ थे, वह उकसाकर उसे अपने साथ ले गए थे.

अगस्त्य की बुआ ने उठाए ये सवाल
ममता सिंह ने कहा कि सुबह अगस्त्ये के पिता देहरादून से दिल्ली पहुंचने वाले थे, क्योंकि उनको अपनी बेटी को ड्रॉप करना था. वह इंग्लैंड जा रही थी. उसके फादर के पहुंचने से पहले अगस्त्य को ले गए और रेसिंग करने को कहा. रेसिंग के दौरान अगस्त्य को पीछे से हिट किया गया. उसकी कंट्रोलिंग पावर इतनी अच्छी थी कि मैं किसी कीमत पर यह बात मानने के लिए तैयार नहीं हूं कि जब रेसिंग हो रही है तो राइट साइड में गिरा है और थोड़ी देर बाद वह लेफ्ट साइड में मिलता है. मेरी सरकार और यूपी पुलिस से गुजारिश है कि किसी भी तरह मेरे संदेह को दूर कर दीजिए. मुझे और कुछ नहीं चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगस्त्य केवल उकसाने पर वहां चला गया. उसने चार-पांच साल पहले यह काम शुरू किया था. उसकी कंट्रोलिंग इतनी अच्छी थी. उसने बेहतर हेलमेट के साथ ही बॉडी में सभी सेफ्टी पार्ट पहन रखे थे. फिर ऐसा कैसे हो सकता है. आज हरीश रावत से बात हुई थी. उन्होंने कहा कि जो भी सहयोग चाहिए, वह देने के लिए तैयार हूं.