यूपी के बाराबंकी में ग्रामीण अपने हाथों से अपना ही आशियाना उजाड़ने को मजबूर हैं. कोरियन पूर्वा गांव में कुछ मकान जब सरयू की कटान में डूबे तो बचे हुए लोगों ने बढ़ते प्रकृति के प्रक्रोप के चलते अपने मकान ढहाने शुरू कर दिए. आज तक ने जब पीड़ितों से बात की तो उन्होंने बताया कि उनके सामने कई मकान सरयू में समा गए तो कुछ आधे रह गए. इसे देखते हुए उन्होंने अपने मकान बचाने की जुगत में ईंटें हटानी शुरू कर दी है. प्रधानमंत्री आवास योजना में बने मकान प्रकृति के कहर में डूबे हुए हैं. यूपी के 18 जिलों में 619 गांव बाढ़ प्रभावित हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक़ 148 गांव में असर हैं जिनका सम्पर्क सड़क मार्ग से कट गया है. देखिए आजतक संवाददाता समर्थ श्रीवास्तव की ये रिपोर्ट.