उत्तर प्रदेश में योगी सरकार गायों की रक्षा के लिए अपनी गंभीरता दिखाने के लिए एक और नया कदम उठाने जा रही है. अयोध्या में गायों को अब कोट पहनाया जाएगा. उन्हें ठंड से बचाने के लिए राम की नगरी अयोध्या में यह पहल की जाएगी. अयोध्या की एकमात्र सरकारी गौशाला में गायों को काऊ-कोट पहनाकर ठंड से बचाया जाएगा. इसके लिए अयोध्या नगर निगम व्यवस्था करने में जुट गया है.
इस नई शुरुआत के पहले चरण में जिले में 300 काऊ कोट जुटाए जाएंगे. साथ ही गोशालाओं में ठंड भगाने के लिए अलाव जलाए जाएंगे. काऊ शेड में मोटे पर्दे भी लगाए जाएंगे. बैंसिंह इलाके में बनी इस गोशाला में 300 गायों और बछड़ों के लिए काऊ कोट की व्यवस्था की जा रही है.
अयोध्या के नगर आयुक्त डॉ. नीरज शुक्ला ने कहा, 'रामनगरी अयोध्या में गायों को ठंड से बचाने के लिए उम्दा इंतजाम किए जा रहे हैं. यहां की बैसिंह स्थित गौशाला में गाय को ठंड से बचाने के लिए काऊ कोट के इंतजाम किए जा रहे हैं. यह व्यवस्था दो-तीन चरणों में लागू होगी.'
तीन लेयर वाला कोट
नीरज शुक्ला ने बताया, 'गायों के बच्चों के लिए तीन लेयर वाला कोट बनाया जा रहा है. पहले मुलायम कपड़ा उसके बाद फोम फिर जूट लगाकर इसे बनाया जाएगा. पहले कपड़ा इसलिए कि यह बच्चों को गड़े नहीं. फिर फोम इस वजह से कि गीली जगह बैठने पर वह आसानी से सोख ले और जूट गर्माहट प्रदान करने के काम आएगा. इसका सैम्पल तैयार हो गया है. नवंबर खत्म होते ही यहां पर डिलीवरी हो जाएगी. इसकी कीमत 250 रुपये और 300 रुपये के बीच में आएगी.'
बांधने की व्यवस्था
नगर आयुक्त डॉ. शुक्ला ने बताया, 'नर और मादा पशुओं के लिए भी अलग-अलग डिजाइन होगी. नर पशुओं के लिए कोट केवल जूट का होगा, क्योंकि उन्हें पहनाने में दिक्कत होती है. मादा के लिए दो लेयर का कोट बनेगा. बांधने की व्यवस्था होगी, ताकि सभी गायें और उनके बच्चे यह कोट पहनकर ठंड से बच सकें.'
शुक्ला ने बताया, 'इसके अलावा गौशाला में सभी जगह गायों को ठंड से बचाने के लिए अलाव जलाया जाएगा. इसके अलावा सभी कमरों में जूट के पर्दे की भी व्यवस्था की जाएगी. जानवरों के जमीन पर नीचे बैठने के लिए पुआल डाली जा रही है. इसको एक-दो दिन में बदला भी जा रहा है. इसे मॉडल गौशाला के रूप में विकसित करने की योजना है.'
अयोध्या के महापौर ऋषिकेष उपाध्याय ने बताया, 'गौ माता की सेवा पर हमारा पूरा फोकस है. उन्हें काऊ कोट के अलावा ठंड से बचाने के लिए जो भी इंतजाम होंगे, वह अयोध्या नगर-निगम करेगी. इसे हम लोग एक बेहतरीन गौशाला के रूप में धीरे-धीरे विकसित कर रहे हैं.'