यूं तो हर स्कूल अपने छात्रों को हर दिन अच्छा सबक सिखाता है, लेकिन उत्तर प्रदेश का एक स्कूल ऐसा है, जिससे लगता है कि बच्चों के अच्छी बातें सीखने के साथ ही उनका अपमानजनक और अभद्र भाषा सीखना भी जरूरी है.
यह चौंकाने वाली घटना तब सामने आई जब आजमगढ़ जिले के मौजा में रत्ना पब्लिक स्कूल का मैनेजर बच्चों की परेड कराता और उन्हें बेईमानी और अपमानजनक भाषा का पाठ पढ़ाता. यह शिक्षा इस स्कूल में कक्षा तीसरी से 10वीं तक के बच्चों को दी जाती है. इस स्कूल की स्थापना साल 2002 में हुई थी.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, इस पूरी घटना को कुछ लोगों ने रिकॉर्ड किया और टीवी चैनलों को दिया. इस वीडियो में मैनेजर राजीव कुमार कह रहे हैं कि छात्रों के लिए अपमानजनक भाषा सीखनी जरूरी होती है. इस घटना के सामने आने के बाद भी राजीव का कहना है कि उसने कुछ गलत नहीं किया है और उसे किसी का डर नहीं है. मीडिया को भी धमकाते हुए उन्होंने कहा कि वह मीडिया के खिलाफ कुछ भी कर सकता है.
इस घटना के बाद शिक्षा अधिकारी तुरंत स्कूल में पहुंचे और अधिकारियों को परिसर सील कर देने का आदेश दिया. एक अधिकारी ने कहा कि मैनेजर राजीव की पत्नी जो स्कूल की प्रिंसिपल भी है उसने बताया कि राजीव लंबे समय से बच्चों को अभद्र भाषा सिखाने की ट्रेनिंग दे रहा है. मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ चल रही है. शिक्षा विभाग का कहना है कि जांच की जाएगी कि इस तरह की घटना स्कूल में लंबे समय से कैसे चल रही है. इसके साथ ही इस स्कूल का लाइसेंस भी रद्द कर दिया जाएगा.