देश में इन दिनों नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं हाल ही में उत्तर प्रदेश में कानून को लेकर हिंसात्मक प्रदर्शन देखने को मिला था. वहीं अब पुलिस ने हिंसा भड़काने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
उत्तर प्रदेश के मेरठ में हिंसा भड़काने के आरोप में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने SDPI के प्रदेश अध्यक्ष नूर हसन और मुईद हाशमी को गिरफ्तार किया. इनके पास से भड़काऊ और आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई है. इससे पहले पुलिस ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 2 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था.
नागरिकता संशोधन कानून पर उत्तर प्रदेश के मेरठ में भी हिंसा हुई. हिंसा के दौरान अकेले मेरठ में 4 लोगों की जान गई. वहीं मेरठ प्रशासन ने लगभग 417 लोगों के शस्त्र लाइसेंस पर जांच बैठा दी है. इसमें से 300 लाइसेंस के नवीनीकरण पर रोक लगा दी गई है. 117 उन लोगों को नोटिस दिया गया है जिनके पास लाइसेंस थे. इनसे पूछा जा रहा है कि बवाल के समय वो कहां थे.
इतने मुकदमे दर्ज
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा में अब तक 213 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया कि 23 दिसंबर तक 5558 लोगों को हिरासत में लिया गया, जबकि 925 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. अलग-अलग इलाकों में हिंसा के बाद मेरठ और अलीगढ़ में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.