
उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में मेडिकल कॉलेज का निर्माण होना है. प्रस्तावित जमीन पर पेड़ों की कटाई को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट रहा है. कौशांबी में मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए प्रशासन ने 42 बीघे जमीन का अधिग्रहण किया है, उसी जगह पर महुआ के 86 पेड़ लगे हैं.
वन विभाग ने इन पेड़ों की नीलामी कर दी है. ग्रामीणों ने पेड़ों की कटाई का विरोध शुरू कर दिया है. स्थानीय लोगों ने पेड़ों पर 'पेड़ नहीं कटने देंगे' का पोस्टर चिपकाया है. ग्रामीणों ने पर्यावरण बचाने की मांग भी की है.
यह मामला सिराथू तहसील के कादीपुर गांव का है. यहां ही मेडिकल कॉलेज बनने वाला है, जिसके लिए पेड़ों की कटाई अब प्रशासन के गले की फांस बन गई है. वन विभाग को पेड़ों की नीलामी करना महंगा पड़ा रहा है. दरअसल वन विभाग ने पेड़ों की कटाई के लिए पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट को इजाजत दे दी है.
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ग्रामीणों ने पेड़ों पर चिपकाए पोस्टर
जब इस डील के बारे में ग्रामीणों को जानकारी मिली तो उन्होंने पेड़ काटने पर ऐतराज जताया. ग्रामीणों ने अलग-अलग तरह के पोस्टर पेड़ों पर लगा दिए. जैसे ये पेड़ नहीं कटेंगे, पर्यावरण बचाएं जैसे श्लोगन पेड़ों पर टांगे गए हैं.

ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से हजारों लोगों की जानें चली गई हैं. ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए वृक्षों को काटने से बचाना चाहिए. उन्होंने सरकार से मांग की है कि पेड़ों को काटने की जगह कहीं और शिफ्ट कर दिया जाए, जिससे पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे और पेड़ भी सुरक्षित रहें.
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