चुनावी रैलियों और सभाओं में भारी-भरकम फूल मालाओं का आदान-प्रदान तो आपने खूब देखा होगा. लेकिन भीड़ जुटाने के साथ ही नेताओं को रिझाने का यह तरीका अब पुराना हो चुका है, क्योंकि मेरठ में एक कार्यक्रम के दौरान स्थानीय बीएसपी नेता ने मंच पर मौजूद सभी 17 लोगों को सोने का ताज भेंट कर दिया है.
जी हां, ये सच उस यूपी का है, जहां हाल ही दंगे हुए. जहां ठंड की ठिठुरन और राहत कैम्प में कुव्यवस्था से कई बच्चों और बड़ों की जान गई और जहां सैफई महोत्सव के नाम पर हाल ही करोड़ों रुपये खर्च किए गए. न सिर्फ सत्ता पक्ष बल्कि बीएसपी का नाम भी उन दलों में आता है, जिसने सत्ता के दिनों में पार्कों के नाम पर करोड़ों रुपये बहाए.
बहरहाल, मेरठ के लोहिया नगर में बीएसपी के एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ. कार्यक्रम में मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से बीएसपी प्रत्याशी हाजी शाहिद अखलाक और पार्टी प्रभारी मुनकाद अली समेत कुल 17 लोग मंच पर मौजूद थे. आम तौर पर ऐसे आयोजन में फूल मालाओं से नेताओं का अभिनंदन होता है, लेकिन आयोजक सरताज गाजी ने मंच पर मौजूद सभी नेताओं को 17 सोने के ताज ही भेंट कर डाले.
गर्व से कहा, 'एक-एक ताज दो तोले का'
ताज भेंट करने के बाद जहां उपस्थित लोगों ने तालियों की गरगराहट से सोने की चमक को बढ़ाने की कोशिश की, वहीं सरताज गाजी ने कहा, 'ताज सोने के हैं और उनका वजन डेढ़ से दो तोले के बीच है.'
दरअसल, आम कहावत है कि दिल्ली की कुर्सी का रास्ता यूपी से हो कर गुजरता है. जाहिर है ऐसे में लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सभी सियासी दलों की नजर यूपी पर ही टिकी है. सभी पार्टियां यूपी में अपनी पकड़ मजबूत होने का दावा कर रहीं है और रैलियों व सम्मेलन के जरिए ताकत दिखाने में जुटी है. इसी के तहत बीएसपी प्रत्याशी हाजी शाहिद अखलाक ने लोहिया नगर में कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया.