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बीच मझधार में NDRF की बोट पर हुआ बच्चे का जन्म, नाम रखा 'NDRF सिंह'

यूपी में बाढ़ के हालातों के बीच बिहार NDRF की 9वीं बटालियन ने कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिसकी ट्रेनिंग उन्‍हें नहीं मिली. बचाव और राहत कार्य के दौरान बटालियन की बोट पर एक महिला का सुरक्षित प्रसव करवाया गया. खुश होकर परिजनों ने नवजात का नाम रखा है NDRF सिंह.

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ndrf की टीम और बच्‍चे के परिजन
ndrf की टीम और बच्‍चे के परिजन

यूपी में बाढ़ ने विकराल रूप धारण किया हुआ है. NDRF की टीम बचाव कार्य में जुटी है. इसके लिए NDRF की बटालियन को प्रशिक्षित भी किया जाता है, लेकिन बिहार NDRF की 9वीं बटालियन ने कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिसकी ट्रेनिंग उन्‍हें नहीं मिली. दरअसल, बचाव और राहत कार्य के दौरान बटालियन की बोट पर एक महिला का सुरक्षित प्रसव करवाया गया. दिलचस्‍प बात यह कि खुश होकर परिजनों ने नवजात का नाम रखा है NDRF सिंह.

यकीनन जब एनडीआरएफ सिंह बड़ा होगा तो वह बड़े गर्व के साथ अपने नाम के पीछे की कहानी सुनाएगा. लेकिन फिलहाल, हम आपको बताते हैं कि यूपी के बहराइच में क्‍या हुआ. जानकारी के मुताबिक जिले के बढै़या गांव से शनिवार 16 अगस्त को NDRF की टीम ने एक बाढ़ पीड़ि‍त परिवार को सुरक्षित निकाला. इस दौरान बीच मझधार में बोट पर सवार एक महिला को प्रसव पीड़ा हुई.

घटना असमान्‍य थी, लेकिन बटालियन ने बोट पर ही प्रसव कराने का फैसला लिया. आखिरकार परिवार की मदद से बाढ़ की उफनती धाराओं के बीच बच्चे का जन्म हुआ. बाढ़ में घर छोड़ने का दंश झेल रहे परिवार के चेहरे पर बच्‍चे के जन्‍म से तत्‍काल खुशी की किरण दिखाई देने लगी. इस पूरे मामले में सबसे दिलचस्‍प मोड़ तब आया जब परिजनों ने NDRF टीम को धन्‍यवाद देने के लिए बच्चे का नाम एनडीआरएफ सिंह रख दिया.

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NDRF के निरीक्षक कमांडर मनोज कुमार थे. यह बटालियन बिहार के बिहटा की है और उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने में जुटी है. बच्चे की मां मीनाक्षी शुक्ल और पिता प्रदीप शुक्ल ने मझधार में बच्चे के सुरक्षित जन्म के लिए NDRF का शुक्रिया अदा किया.

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