यूपी में करोड़ों रुपये के लैकफेड घोटाले में पूर्व मायावती सरकार के दो मंत्रियों समेत कुल 12 आरोपियों पर घूसखोरी के आरोप तय किए गए हैं. मायाराज के मंत्री बादशाह सिंह पर पांच करोड़ रुपये और चंद्रदेव राम पर दो करोड़ रुपये की घूस लेने का आरोप है.
जानकारी के मुताबिक, इन दोनों मंत्रियों ने यह रकम लैकफेड को कार्यदायी संस्था नामित करने और अग्रिम राशि आवंटित करने के एवज में ली थी. इन 12 आरोपियों में लैकफेड के पूर्व महाप्रबंधक पंकज त्रिपाठी, पूर्व प्रबंध निदेशक ब्रह्म प्रकाश सिंह और मुख्य अभियंता गोविंद शरण श्रीवास्तव भी शामिल हैं.
घोटाले के आरोपी पूर्व सहकारिता मंत्री और एनआरएचएम घोटाले में डासना जेल में बंद बाबूसिंह कुशवाहा व पूर्व माध्यमिक शिक्षा मंत्री रंगनाथ मिश्र के न आने के कारण उन पर आरोप तय नहीं किए जा सके. भ्रष्टाचार निवारण के विशेष न्यायाधीश लल्लू सिंह ने रंगनाथ और बाबू सिंह को कोर्ट में पेश करने का आदेश देते हुए सुनवाई के लिए 2 जुलाई की तारीख तय की है. इसके पहले कोर्ट ने इन आरोपियों की ओर से उन्हें आरोपों से मुक्त करने की अर्जी को आधारहीन बताते हुए खारिज कर दिया.