यूपी सरकार ने पूर्व मंत्री और कवयित्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में सजा पाए अमरमणि त्रिपाठी व उनकी पत्नी मधुमणि की दया याचिका से पल्ला झाड़ लिया है. यूपी सरकार ने इस मामले को उत्तराखंड सरकार से जुड़ा बताया है.
अमरमणि व उनकी पत्नी ने पिछले दिनों राज्य सरकार के माध्यम से राज्यपाल को दया याचिका का पत्र भेजा था. इस आग्रह पर सरकार ने न्याय विभाग की राय ली, तो पाया गया कि अमरमणि के खिलाफ उत्तराखंड की अदालत ने उन्हें सजा सुनाई हुई है. ऐसे में उत्तर प्रदेश में उनकी दया याचिका पर विचार करने का औचित्य नहीं बनता है.
अमरमणि व उनकी पत्नी को अदालत ने मधुमिता हत्याकांड में उम्रकैद की सजा सुनाई है. वे गोरखपुर जेल में बंद हैं. अमरमणि ने अपनी दया याचिका गोरखपुर के जेल अधिकारियों के माध्यम से सरकार को भेजी थी. सरकार ने न्याय विभाग की राय लेने के बाद अपना फैसला गोरखपुर के जेल अधिकारियों को भेज दिया. गोरखपुर जिला जेल के वरिष्ठ अधीक्षक एसके शर्मा ने राज्य सरकार के इस फैसले की प्रति के साथ ही अब अमरमणि व उनकी पत्नी की दया याचिका को उत्तरांखड पुलिस विभाग को भेज दिया है.
उत्तराखंड कारागार विभाग के अधिकारी अब इस मामले के वहां की सरकार को भेजेंगे, जिसके बाद इसे उत्तराखंड सरकार सूबे के राज्यपाल के सामने रखने के बारे में फैसला करेगी.