उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार देर रात 8 आईपीएस अफसरों की तैनाती के आदेश जारी किए हैं. बीते 8 महीने से यह सभी आईपीएस अफसर प्रमोशन पाकर भी जूनियर पदों पर काम कर रहे थे. शासन ने नए पद पर उसी जगह विभाग में तैनाती का आदेश भर जारी किया है. लेकिन इस आदेश से 3 आईपीएस विभाग में उस पोस्ट पर तैनात हो गए है, जहां वो पद है ही नहीं.
एक जनवरी 2021 को प्रमोशन पाए 8 आईपीएस अफसरों को 8 महीने 25 दिन बाद तैनाती मिली है. गृह विभाग ने देर रात आईपीएस अफसरों की तैनाती लिस्ट जारी की. सबसे अहम बात यह सभी 8 आईपीएस अफसर 8 महीने पहले ही प्रमोट हो चुके हैं. अब तक यह जूनियर पोस्ट पर काम कर रहे थे, नए आदेश पर इनको उसी विभाग में तैनात किया गया है जहां पर ही है अब तक तैनात थे.
सबसे अहम बात तैनात आईपीएस अफसरों में तीन अफसर ऐसे हैं जिनके विभाग में पद है ही नहीं. अमिताभ यश को आईजी एसटीएफ बनया गया, लेकिन एसटीएफ में एडीजी का पद है ही नहीं और अब अमिताभ यश एसटीएफ के एडीजी बनने के बाद आईजी एसटीएफ का पद खाली हो गया है. इसी तरह नवनीत सिकेरा एडीजी हाउसिंग एंड वेलफेयर बनाए गए हैं, लेकिन हाउसिंग वेलफेयर में आईजी का पद है एडीजी का है ही नहीं.
वहीं इस पद पर रहने वाला आईजी एडीजी पुलिस हेडक्वार्टर को रिपोर्ट करता है. इसी तरह महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन में डीआईजी रविशंकर छवि की तैनाती का भी हाल है. वूमेन पावर लाइन में डीआईजी वूमेन पावर लाइन का सृजित ही नहीं है.
फिलहाल 8 आईपीएस अफसरों की इस नई तैनाती वाली लिस्ट पर आईपीएस लॉबी में चर्चा तेज है कि भारत सरकार ने भले प्रमोशन 9 महीने पहले किया हो लेकिन अधिकृत प्रमोशन अब मिला है.