
मैनपुरी में एक युवक का अपने शिक्षा प्रमाण पत्रों को आग लगाते हुए वीडियो वायरल हो रहा है. युवक ने हाईस्कूल और इंटर की मार्कशीट में आग लगा दी. युवक का कहना कि सपा सरकार में नौकरी की उम्मीद थी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में अब तक नौकरी नहीं मिली. उसने एक बार फिर सीएम योगी से नौकरी की गुहार लगाई है.
दरअसल, करहल के रहने वाला शीलरतन प्रदेश में सपा की सरकार बनने की उम्मीद लगाए बैठा था, लेकिन परिणाम कुछ और ही आये और एक बार फिर यूपी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बहुमत मिला. इसके बाद शीलतरन ने नौकरी की उम्मीद भी छोड़ दी और अपने शैक्षिक प्रमाण पत्रों को आग के हवाले कर दिया.
एक्सीडेंट में दोनों पैर गंवाए
करहल निवासी शीलरतन जब ग्रेजुएशन कर रहे थे तो 6 मई 2011 को एक रोड एक्सीडेंट हुआ. एक्सीडेंट में शीलरतन तो बच गए लेकिन उन्होंने अपने दोनों पैर गंवा दिए. कई ऑपरेशन हुए. 5 साल शीलरतन ने बिस्तर पर ही काटे. शीलरतन के पिता ने बेटे को बचाने के लिए अपनी 6 बीघा जमीन और प्लाट तक बेचना पड़ा.

शीलरतन ने बिस्तर से उठने के बाद कई नौकरियां देखी, लेकिन कहीं कामयाबी नहीं मिली. शीलरतन चलने फिरने में असमर्थ है लेकिन उसने हार नहीं मानी और बैंक से कर्ज लेकर एक छोटी सी फोटोस्टेट की दुकान खोली. कंप्यूटर में भी शीलरतन को अच्छी जानकारी है. दुकान खोलने के बाद भी शीलरतन को उम्मीद थी कि एक दिन उसे सरकारी नौकरी मिलेगी.
दुकान की कमाई से नहीं करा पा रहा इलाज
शीलरतन ने ये आस लगा रखी थी कि प्रदेश में सपा की सरकार बनेगी और उसे सरकारी नौकरी जरूर मिल जायेगी. शीलरतन का कहना कि दुकान की कमाई से वह अपना इलाज तक नहीं करा पा रहा है. सपा की हार के साथ ही उसकी भी सारी उम्मीदें टूट गई. इसके बाद शीलरतन ने अपने हाईस्कूल और इंटर की मार्कशीट में आग लगा दी.
यहां देखें मार्कशीट जलाने का वीडियो-
हालांकि मार्कशीट में आग लगाने के बाद शीलरतन का गुस्सा अब शांत हो चुका है. अब शीलरतन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मीडिया के माध्यम से सरकारी नौकरी की गुहार लगाई है.