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ताज कार रैली को आगरा से इटावा ले उड़े CM अखिलेश

'ताज महल' की वजह से आगरा शहर 'ताजनगरी' के नाम से भी जाना जाता है. लेकिन यह विडंबना ही है कि इसके बाद 'ताज' के नाम से देश भर में नए प्रोजेक्ट शुरू हुए, लेकिन इनमें से एक को भी आगरा में मूर्त रूप नहीं दिया जा सका.

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Agra Taj Car rally
Agra Taj Car rally

'ताज महल' की वजह से आगरा शहर 'ताजनगरी' के नाम से जाना जाता है. लेकिन विडंबना है कि 'ताज' के नाम से शुरू होने वाले ज्यादातर प्रोजेक्ट आगरा के बाहर ही शुरू हुए.

टाटा ने अपने मुंबई वाले होटल का नाम 'ताज महल' और आगरा वाले का नाम 'ताज व्यू' रखा. लेकिन 26/11 हमले के बाद आगरा के होटल का नाम बदलकर 'द गेटवे' कर दिया गया. 'ताज एक्सप्रेस' नाम से एक ट्रेन है जो ग्वालियर और दिल्ली के बीच चलती है. आगरा और दिल्ली के बीच के शानदार हाईवे 'ताज एक्सप्रेसवे' का नाम भी 'यमुना एक्सप्रेस वे' कर दिया गया. अब उत्तर प्रदेश सरकार ने ताज कार रैली को भी आगरा से छीन लिया है. सरकार ने इस कार रैली को आगरा की जगह अपने चहेते जिले इटावा से शुरू करने का फैसला किया है.

आगरा मोटरस्पोर्ट्स क्लब के सूत्रों के मुताबिक, इस रैली की शुरुआत दो साल पहले उस वक्त के आगरा कमिश्नर अमृत अभिजात और फिलवक्त के पर्यटन महानिदेशक (यूपी) की पहल पर हुई थी. रैली को हिस्सा लेने वालों का शानदार रिस्पॉन्स मिला था. फिर इसे आगरा में हर साल 18 फरवरी से 27 फरवरी तक होने वाले 'ताज महोत्सव' से जोड़ लिया गया.

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हालांकि इस बार आयोजक कुछ अधिक महत्वाकांक्षी हो गए और उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से रैली को झंडी दिखाकर 31 जनवरी को रवाना करने की दरख्वास्त कर दी. लेकिन उन्हें जरा भी अंदेशा नहीं था कि मुख्यमंत्री रैली के आइडिया को ही हाइजैक कर लेंगे और इसे अपने चहेते जिले इटावा के प्रचार और यहां सुस्त पड़े लॉयन सफारी प्रोजेक्ट में जान फूंकने के लिए इस्तेमाल करेंगे.

मुख्यमंत्री ने आयोजकों से रैली को लॉयन सफारी के साथ शुरू करने की इच्छा जताई और आयोजक 'बेचारे' मना नहीं कर सके. इस तरह, एक और 'ताज' इवेंट आगरा की मुट्ठी से फिसल गया. 'इंडिया टुडे' से बातचीत में यूपी के पर्यटन महानिदेशक अमृत अभिजात ने बताया कि रैली अब इटावा की लॉयन सफारी और मुख्यमंत्री की हरी झंडी के साथ शुरू होगी. रैली की 12 कैटेगरी में अब तक कुल 42 एंट्रीज हुई हैं. स्थानीय प्रतिभागी 20 जनवरी को चुने जाएंगे. पहली बार के प्रतियोगियों की ट्रेनिंग 30 जनवरी को होगी.

हालांकि आगरा टूरिस्ट वेलफेयर चैंबर के सचिव विशाल शर्मा रैली को इटावा ले जाने को अच्छा कदम बता रहे हैं. उनका कहना है कि इससे लॉयन सफारी को प्रचार मिलेगा जो पर्यटन के लिहाज से अच्छा है.

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