पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वाले यात्रियों को 1 मई, 2022 से टोल टैक्स देना होगा. अगर कोई यात्री बीच में कहीं से भी यात्रा शुरू करता है तो उसे भी टोल टैक्स देना होगा. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की तरह ही पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर भी टोल टैक्स में 25 प्रतिशत छूट जारी रहेगी. लखनऊ से गाजीपुर तक दो मुख्य टोल प्लाजा सहित कुल 13 टोल प्लाजा पड़ेंगे. एक्सप्रेस वे पर बीच के एंट्री/एग्जिट प्वाइंट पर 11 छोटे टोल प्लाजा होंगे.
इतना देना होगा टोल टैक्स
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर 'लखनऊ से गाजीपुर' तक विभिन्न वाहनों हेतु वर्ष 2022-23 के लिए टोल दरें (25 प्रतिशत की छूट के साथ) निर्धारित की गयी हैं. जिसमें कार, जीप, वैन या हल्के मोटर वाहन के लिए 675 रुपये, हल्के व्यवसायिक वाहन, हल्के माल वाहन या मिनी बसों के लिए 1065 रुपये, बस या ट्रक के लिए 2145 रुपये होगी. विशाल आकार यान (ओवरसाइज्ड वेहिकल) (7 या अधिक पहिये) के लिए 4185 रूपये टोल टैक्स देना होगा.
मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी के मुताबिक, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर स्थापित टोल प्लाजाओं के संचालन तथा टोल कलेक्शन और 6 एम्बुलेंस व 12 पेट्रोलिंग वाहन (आवश्यक कार्मिकों सहित) उपलब्ध कराए जाने हेतु चयनित एजेंसी को मंत्री परिषद द्वारा अप्रूवल पहले ही दिया जा चुका है. राज्य सरकार टोल वसूली से राजस्व मिलने के साथ-साथ वाहनों एवं यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगी. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर उन्हें तुरंत चिकित्सा सुविधा भी मिलेगी. इस निर्णय से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ी जानकारी
340.82 किमी लंबा ये एक्सप्रेस-वे प्रदेश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे है. यह सूबे की राजधानी लखनऊ के चांदसराय से शुरू होकर गाजीपुर के हैदरिया गांव में जाकर खत्म होगा. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद देश की राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सीधे पूर्वी उत्तर प्रदेश जुड़ जाएगा, जिससे पूर्वांचल के लोगों के साथ-साथ बिहार के लोगों को भी सफर करने में काफी सुविधा हो जाएंगी. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे सूबे के 9 जिलों को जोड़ेगा, जो लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर हैं. जुलाई 2018 में पीएम मोदी ने आजमगढ़ में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की बुनियाद रखी थी.
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