scorecardresearch
 

पीलीभीत: दवा के ओवरडोज से बाघ की मौत, कर चुका था कई लोगों को घायल

बाघ को लेकर आसपास के लोग डरे हुए थे. बाघ को पकड़ने के लिए जब वनकर्मियों ने डंडा आगे बढ़ाया तो बाघ ने पंजे से डंडे को तोड़ दिया. तब से इस बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम पीलीभीत में ही डेरा जमाए थी.

Advertisement
X
बाघ को बेहोश करने के लिए तीन बार दवा की डोज दी गई (फोटो- सौरभ पांडे)
बाघ को बेहोश करने के लिए तीन बार दवा की डोज दी गई (फोटो- सौरभ पांडे)

  • दवा के ओवरडोज से बाघ की मौत
  • वन विभाग ने किया था ट्रैंकुलाइज
  • बाघ ने वनकर्मियों पर किया था हमला
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में दवा के ओवरडोज से एक बाघ की मौत हो गई. इस बाघ को बेहोश करने के लिए वन विभाग की टीम ने ट्रैंकुलाइज किया था. यानी कि बाघ को दवा दी गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक ट्रैंकुलाइजेशन प्रक्रिया के दौरान दवा ओवरडोज से बाघ की मौत हो गई. आरोप है कि वन विभाग की टीम ने भूखे बाघ को दवा के तीन डॉट मार दिए. इसके बाद बाघ बेहोश तो गया लेकिन दवा के ओवरडोज की वजह से उसकी मौत हो गई.

पीलीभीत में जरा कोठ गांव में 3 दिन से बाघ की चहलकदमी थी. 3 दिन पहले ये बाघ 3 ग्रामीणों को घायल कर चुका था और उसी दिन वन विभाग ट्रैक्टर पर चढ़कर लोगों पर हमला कर दिया था.

Advertisement

वन विभाग के कर्मियों पर किया था हमला

बाघ को लेकर आसपास के लोग डरे हुए थे. उस दिन बाघ ट्रैक्टर पर चढ़ गया और तीन लोगों को घायल कर दिया. तब ट्रैक्टर पर सवार लोगों और बाघ के बीच दूरी सिर्फ दो कदमों की थी. बाघ को पकड़ने के लिए जब वनकर्मियों ने डंडा आगे बढ़ाया तो बाघ ने पंजे से डंडे को तोड़ दिया. तब से इस बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम पीलीभीत में ही डेरा जमाए थी.

pic-2_050420070800.jpgतीन बार दिया गया डॉट

रविवार सुबह से बाघ की हो रही थी तलाश

रविवार सुबह से बाघ की तलाश की जा रही थी. रविवार शाम को डॉ. सुनील राठौर ने सटीक लोकेशन मिलने के बाद डॉट मार कर बाघ को बेहोश कर दिया. इसके बाद पिंजरे में बंद कर बाघ को गड़ा रेंज के गेस्ट हाउस लाया गया. यहां पर बाघ को मृत पाया गया.

pic-1_050420070713.jpg

बाघ की तलाश में वन विभाग के कर्मी

तीन बार बाघ को मारा गया डॉट

रिपोर्ट के मुताबिक गर्मी के चलते हल्के हल्के डोज से बाघ को ट्रैंकुलाइज किया जा रहा था. जिसकी वजह से 3 बार बाघ को टारगेट किया गया. माना जा रहा है कि इससे बाघ के शरीर में बेहोश करने वाली दवा की ज्यादा डोज चली गई. वहीं ये भी माना जा रहा जब बाघ ने ट्रैक्टर पर वनकर्मी पर हमला किया था तो वन कर्मी के डंडे से बाघ घायल हो गया था. फिलहाल जिला वन अधिकारी नवीन अग्रवाल का कहना है कि बाघ की मौत हो गई है और मौत की सही वजह पोस्टमार्टम के बाद सामने आएगी.

Advertisement

Advertisement
Advertisement