उत्तर प्रदेश के दो गांवों में रविवार को भड़की साम्प्रदायिक हिंसा के बाद सोमवार को तनाव है. तनाव को देखते हुए भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. एक अधिकारी ने बताया कि कानपुर के घातमपुर इलाके और मैनपुरी के भोगांव इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. हालांकि रविवार रात से किसी तरह की अप्रिय वारदात की सूचना नहीं है.
घातमपुर के भेतारगांव में रविवार को चोरी की एक मामूली घटना को लेकर दो सम्प्रदायों के बीच हिंसा भड़क गई थी. दोनों सम्प्रदायों के बीच झड़प हुई और दो दर्जन से अधिक दुकानों में आग लगा दी गई. हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि तीन पुलिसकर्मियों सहित कई अन्य घायल हो गए.
जिलाधिकारियों का कहना है कि कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
दूसरी घटना मैनपुरी के अलीपुर खेड़ा गांव की है, जहां एक समुदाय के लड़के द्वारा दूसरे समुदाय की लड़की के साथ दुष्कर्म की खबर सामने आने पर दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क गई. भीड़ ने लड़के को पेड़ से बांध दिया और उसे आग लगाने की कोशिश की. पुलिस ने हालांकि दुष्कर्म के आरोप को खारिज करते हुए कहा है कि लड़के और लड़के बीच संबंध थे.
लड़के को बचाने के लिए जब सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट वहां पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनके वाहन पर हमला कर दिया और उनके साथ गए पुलिस दल पर पथराव किया. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाई.
इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. अलीपुर खेड़ा गांव में इससे पहले 23 जुलाई को भी इसी तरह की हिंसा हुई थी, जब एक समुदाय की लड़की दूसरे समुदाय के लड़के के साथ भाग गई थी.