यूपी के मथुरा से 5 बार के विधायक और राज्य में पार्टी के विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर ने कांग्रेस के रणनीतिकार पीके यानी प्रशांत किशोर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सूत्रों के मुताबिक, प्रदीप माथुर ने यूपी के प्रभारी महासचिव गुलाम नबी आजाद से इस बाबत शिकायत की है और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिलने का वक्त मांगा है.
सूत्रों के मुताबिक, प्रदीप माथुर ने अपनी शिकायत में कहा कि वो 5 बार के विधायक और पार्टी के विधायक दल के नेता हैं, लेकिन पीके ने उनको जैसे कूड़ेदान में डाल दिया है. अमूमन, किसी राज्य की चुनावी रणनीति में प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष के साथ विधायक दल के नेता की अहम भूमिका होती है. लेकिन यूपी के मामले में ना ही उनको किसी अहम बैठक में बुलाया जाता है और न ही कोई जानकारी दी जाती है. माथुर ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि पार्टी के पोस्टरों में भी उनको जगह नहीं दी गई है.
पीके कटवाना चाहते हैं टिकट
प्रदीप माथुर ने पीके पर आरोप लगते हुए कहा कि ब्राह्मण कार्ड के नाम पर पीके उनकी टिकट कटवा देना चाहते हैं. पीके के इशारे पर ही उनके विधानसभा क्षेत्र में श्याम सुन्दर उपाध्याय नाम का युवा बड़े पैमाने पर अपने पोस्टर-बैनर लगवा रहा है. इससे उनके इलाके में चर्चा हो रही है कि कांग्रेस उनका टिकट काट रही है. साथ ही ये बात उनके कद को भी नुकसान पहुंचा रही है. यदि उनका टिकट नहीं भी कटता तो भी इसका नुकसान उनको झेलना पड़ जाएगा.
राहुल का वरदहस्त पीके पर
दरअसल, कांग्रेसियों को एहसास है कि राहुल गांधी का पीके को पूरा समर्थन है. सूत्र बताते हैं कि इसी कारण आजाद से शिकायत करने के बाद अब प्रदीप माथुर ने सीधे सोनिया से मिलने का वक्त मांगा है. इस बावत जब 'आज तक' ने प्रदीप माथुर से बात की तो उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दे जरूर हैं, जिनको लेकर उन्होंने आजाद साहब से बात की है और सोनिया जी से भी वक्त मांगा है.
'बीजेपी को कदमों में रखता हूं'
बीजेपी में जाने के सवाल को नकारते हुए माथुर ने कहा, 'बीजेपी के पुराने नेता जेपी माथुर से भी मेरी रिश्तेदारी थी, तब भी मैं कांग्रेस का ही सिपाही था. आजकल यूपी बीजेपी के प्रभारी ओम माथुर से भी मेरी रिश्तेदारी है. लेकिन बीजेपी जैसी पार्टी में जाने का सवाल ही नहीं है. उसको तो मैं अपने कदमों में रखता हूं. मेरा गांधी परिवार से पारिवारिक रिश्ता है.