अगर आप सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहते हैं तो यह खबर आपके मतलब की है. नेपाल बॉर्डर पर नई चुनौतियों से निपटने के लिए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) मैन पावर बढ़ाने की तैयारी कर रहा है.
इसके तहत नौ अतिरिक्त बटालियन बनाकर दस हजार से अधिक युवाओं की भर्ती की जाएगी. साथ ही नेपाल बॉर्डर की कई संवेदनशील आउटपोस्ट पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की भी तैयारी हो रही है.
मंगलवार को एसएसबी की 50वीं वर्षगांठ पर सीमांत मुख्यालय पर लखनऊ फ्रंटियर के आईजी अविनाश चंद्र ने यह जानकारी दी. एसएसबी का गठन 1963 में हुआ था. जून 2001 में इसे इंडो-नेपाल बार्डर की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई.
आईजी ने बताया कि अभी एसएसबी की 65 बटालियन हैं लेकिन बदलते वक्त और बढ़ती चुनौतियों के मद्देनजर नौ अतिरिक्त बटालियन बनाने का निर्णय किया गया है. एक बटालियन में 1,132 लोग होते हैं. यानी एसएसबी में 10,188 लोगों की नौकरी का रास्ता खुलने जा रहा है. अगले कुछ महीनों में देश के विभिन्न हिस्सों से एसएसबी में भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
आईजी चंद्र ने बताया कि बार्डर पर चुनौतियां बढ़ रही हैं. बार्डर पर भारत और नेपाल दोनों तरफ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने सेफ हाउस बना रखे हैं जहां आतंकियों के ठहरने के अलावा गोला-बारूद और असलहे सुरक्षित रखे जाते हैं.
यहीं से असलहों की सप्लाई भी होती है. भारत- नेपाल की संयुक्त बैठकों में इस मुद्दे पर चर्चा के बाद बॉर्डर के आसपास किसी भी नए निर्माण पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. ऐसे में सीमा की सुरक्षा और संवेदनशील हो गयी है. नई भर्तियों से सीमा सुरक्षा बल को काफी मजबूती मिलेगी.