आसाराम का मामला अभी चर्चा में बना ही हुआ है कि इस कड़ी में एक और 'संत' का नाम जुड़ गया है. वृंदावन के इस कथित संत पर अपने ही शिष्य की बेटी को सोते वक्त रेप की नीयत से दबोचने का आरोप लगा है.
वृंदावन में कथित महामंडलेश्वर है गोकर्णदास महाराज. पीडि़त किशोरी ने कोतवाली में बताया कि वह गढ़मुक्तेश्वर (हापुड़) की रहने वाली है. बाबा गोकर्णदास उसके पिता का गुरु था. पिता ने पांच माह पूर्व वृंदावन के एक कॉलेज में बेटी का बीकॉम प्रथम वर्ष में एडमिशन कराया. गोकर्णदास के परिक्रमा मार्ग स्थित सियाराम सेवाधाम आश्रम में रहने की व्यवस्था की.
पीड़िता का कहना है कि महामंडलेश्वर उसे काफी दिनों से गलत नजरों से देख रहा था. कई बार उसके शरीर से हाथ भी लगाया, लेकिन उसने ध्यान नहीं दिया. इस बीच छेडख़ानी की भी कोशिश की, लेकिन वह पिता का गुरु होने की वजह से चुप रही.
अब 18 दिसंबर को किशोरी के साथ गोकर्ण ने रेप की कोशिश की. वह सबको घटना की जानकारी देना चाहती थी, लेकिन डर गई. आखिर 20 दिसंबर को सुबह कथित महामंडलेश्वर उसके कमरे में घुसा और सोते में उसे पकड़ लिया. जबरदस्ती करने लगा, तो लड़की ने विरोध किया. यह देखकर लड़की को बंधक बनाकर जमकर मारपीट की गई. इससे उसके चोटें आई हैं. किशोरी की चीख सुनकर काफी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए. लोगों ने वहां हंगामा शुरू कर दिया.
खुद को फंसता देख आरोपी गोकर्णदास मौके से फरार हो गया. एक एनजीओ की कार्यकर्ता के सहयोग से किशोरी को थाने तक लाया गया, जहां उसने गोकर्णदास के खिलाफ तहरीर दी. पुलिस ने छेड़छाड़ व नाबालिगों के प्रति यौन शोषण निवारण अधिनियम (पॉक्सो) के तहत मुकदमा दर्ज किया है.