यूपी में विधानसभा की 11 सीटों पर उपचुनाव हो रहा है. रामपुर सदर सीट पर भी उपचुनाव के तहत आज मतदान जारी है. इस दौरान यहां सपा सांसद आजम खान के घर के पास फर्जी बूथ एजेंट पकड़े गए हैं. पुलिस सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
रामपुर के जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया कि अब तक जो जानकारी मिली है एक निर्दलीय उम्मीदवार जावेद के सारे मतदान एजेंट फर्जी हैं. इनमें से 20 एजेंट को गिरफ्तार किया गया है, जो निर्दलीय उम्मीदवार जावेद के लिए बनाए गए थे. इनका जावेद से कोई लेना देना नहीं है. यह समाजवादी पार्टी के ही कार्यकर्ता हैं.
बताया जा रहा है कि ऐसा ही एक कांग्रेस प्रत्याशी का एजेंट पकड़ा गया है, जो निर्दलीय उम्मीदवार के नाम से एजेंट बनाया गया था. डीएम का कहना है इन सभी से पूछताछ की जा रही है. वोटरों को बहकाने के कारण जावेद को भी हिरासत में लेकर पूछताछ जा रही है.
डीएम ने बताया कि तीन डीएलओ भी पकड़े गए हैं, जिनके नाम सीमा राठौड़, ताजिया और मुमताज हैं. ये हादी जूनियर हाईस्कूल के मतदान केंद्र में ड्यूटी कर रहे थे. आरोप है कि ये सरकारी पर्ची बांटने के बजाए कच्ची पर्ची बांट रहे थे, जिनसे डीएम पूछताछ कर रहे हैं.
आजम खान ने लगाया परेशान करने का आरोप
इस मामले में आजम खान की पत्नी और सपा प्रत्याशी ताजीन फातिमा ने प्रशासन को घेरा है. उन्होंने कहा कि पता चला है पुलिस काफी परेशान कर रही है, वोट डालने से रोक रही है. उन्होंने कहा कि संविधान और लोकतंत्र की हत्या हो रही है और यह सब कुछ पिछले 5 महीने से होता आ रहा है और आज उसकी चरम सीमा होगी.
आजम खान के सांसद बनने से खाली हुई सीट
रामपुर विधानसभा सीट 2019 के लोकसभा चुनाव में रामपुर लोकसभा सीट से आजम खान के सांसद बनने के बाद खाली हुई है. रामपुर सीट से इस बार सपा ने आजम की पत्नी ताजीन फातिमा को मैदान में उतारा है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से इस सीट से भारत भूषण उम्मीदवार हैं. बसपा ने जुबैर मसूद खान को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने अरशद अली खान पर दांव खेला है. रामपुर सीट पर लगभग 3 लाख 81 हजार मतदाता हैं, इनमें से लगभग 57 फीसदी मुसलमान हैं.