भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय महासचिव वरुण गांधी ने बरेली में आयोजित पार्टी की स्वाभिमान रैली में विरोधियों पर जमकर निशाना साधा ही साथ ही बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह की जमकर तारीफ की और उनकी तुलना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से कर डाली.
वरुण ने कहा कि राजनाथ सिंह अटलजी की तरह काम करते हैं. अब राजनाथ सिंह की तारीफ के पीछे वरुण की मंशा क्या थी ये तो वरुण ही जानें लेकिन उनके इस बयान से इस बात को हवा मिलना तय है कि कहीं 2014 में पीएम पद की रेस में राजनाथ सिंह भी तो शामिल नहीं हो गए.
विरोधियों पर निशाना साधते हुए वरुण ने कहा कि ईमानदार पार्टी और ईमानदार नेता ही उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल सकता है.
वरुण ने अनाज मंडी मैदान में हजारों समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, 'उत्तर प्रदेश में मायावती और मुलायम के शासनकाल में सुव्यवस्थित तरीके से भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है. हम लोग एक या दो लाख करोड़ रुपये के घोटाले का जिक्र करते हैं लेकिन ध्यान देने लायक बात यह है कि यह महज आंकड़े नहीं हैं.'
उन्होंने कहा कि इन पैसों से लाखों स्कूल खोले जा सकते थे और लाखों नौजवानों को रोजगार मुहैया कराया जा सकता था. गौरतलब है कि वरुण गांधी को हाल में राजनाथ की नई टीम में राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया था, इसके बाद से ही ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी उत्तर प्रदेश में वरुण को एक मजबूत हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने का रोडमैप तैयार कर चुकी है.
इस बीच अटकलें यह भी हैं कि वरुण गांधी को पार्टी इस बार सुल्तानपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ाने का मन बना चुकी है. बरेली में इस रैली के बाद अब वरुण चार मई को लखनऊ में धरने पर बैठेंगे.
इससे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने बुधवार को राज्य सरकार पर करारा प्रहार करते हुए कहा था कि सूबे में जब कभी भी समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की सरकार बनती है, तो उत्तर प्रदेश में गुंडई बढ़ जाती है.
बरेली के अनाजमंडी मैदान में आयोजित स्वाभिमान रैली में जुटी हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह बातें कहीं. राजनाथ ने कहा कि सूबे में कानून की स्थिति बदहाल हो गयी है. सूबे में सपा और बीएसपी की सरकार बनने पर गुंडो की मौज हो जाती है.
राजनाथ ने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो के डर से सपा और बीएसपी केंद्र को समर्थन दे रहे हैं. सपा और बीएसपी को इस डर से बाहर निकलना होगा.
गौरतलब है कि बीजेपी की ओर से आयोजित स्वाभिमान रैली में राष्ट्रीय अध्यक्ष के अलावा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी और पार्टी के महासचिव वरुण गांधी भी मौजूद थे.
इस दौरान सपा नेता धर्मेंद्र कश्यप ने सैकड़ों समर्थकों के साथ बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. सूबे में गिरती कानून व्यवस्था, महिला उत्पीड़न और गन्ना किसानों के बकाए के मुद्दे को लेकर बीजेपी की ओर से यह रैली आयोजित की गयी थी.