उत्तर प्रदेश में कुछ महीनों बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा एक्टिव मोड में हैं. प्रियंका गांधी ने कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग से चर्चा की है. प्रियंका गांधी प्रशिक्षण से पराक्रम कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश के शहरी और ग्रामीण प्रत्येक कांग्रेसी को वैचारिक रूप से सशक्त और सांगठनिक स्तर पर प्रशिक्षित करने का लक्ष्य लेकर चल रही हैं. प्रियंका गांधी का लक्ष्य इस कार्यक्रम के जरिए अभय कांग्रेस संगठन निर्माण की विजय सेना तैयार करने का है.
कांग्रेस के प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने इस संबंध में बताया कि प्रियंका गांधी का मकसद कांग्रेस संगठन को त्याग, करुणा, क्षमता, नीति और समाज की आखिरी उम्मीद, इन पांच प्रमुख कसौटियों पर खरा उतारने का है. हर कांग्रेसी को समाज की नैतिक जिम्मेदारी उठाने के लिए, अपने आप को नैतिक आधार पर भी परिपक्व बनाना होगा.
उनका मानना है कि कांग्रेस पार्टी संवेदनशील, सकारात्मक और रचनात्मक दिशा में समाज के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रही है. नफरत और बंटवारे की जो राजनीति पिछले तीन दशकों से उत्तर प्रदेश में गैर कांग्रेसी दलों की हावी रही, उससे प्रदेश का संस्कृति विकास और प्रदेश की राजनीति का भी मूल चरित्र विकृत हुआ और सामाजिक आर्थिक विकास के हर मानक पर पिछड़ गया.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से कांग्रेसियों को राजनीतिक रूप से परिपक्व बनाने के साथ ही उन्हें अब अभय कांग्रेसी के तौर पर नैतिक रूप से भी सशक्त करना होगा. उन्होंने बताया कि गांधी प्रशिक्षण शिविर में शामिल हो रहे एक-एक कार्यकर्ता का प्रपत्रों सहित भौतिक सत्यापन करवाने के साथ डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करवाया जा रहा है.
विकास श्रीवास्तव ने कहा कि प्रियंका गांधी चाहती हैं कि कांग्रेस कार्यकर्ता हर जुल्म, ज्यादती के खिलाफ खड़े होने वाला सशक्त अभय कार्यकर्ता होना चाहिए. उसका मकसद केवल सत्ता के लिए राजनीति का न होकर सामाजिक सेवा और उत्थान का होना चाहिए.
विकास श्रीवास्तव ने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को वोट की राजनीति करने के साथ ही समाज के दबे-कुचले तबके और महिलाओं, बच्चों और युवा पीढ़ी के प्रति संवेदनशीलता का भाव रखने वाला होना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी का मकसद विधानसभा चुनाव से पहले सांगठनिक और वैचारिक तौर पर मजबूत अभय कांग्रेस खड़ी करने का है जो आरएसएस और बीजेपी को मुंहतोड़ जवाब दे सके.