रेप पीड़ित किशोरी पर उसके घरवालों को भी दया नहीं आयी और उन्होंने लड़की को नहर में फेंक दिया. दरअसल उसके साथ हुए रेप के बाद गर्भवती हुई किशोरी को उसकी मां और मामा ने हाथ-पांव बांधकर नहर में फेंककर जान से मारने की कोशिश की.
किशोरी पूरी रात मौत से जूझती रही. मैनपुरी से करीब 30 किमी दूर औंछा क्षेत्र में शुक्रवार सुबह गांववालों ने 17 वर्षीय इस किशोरी को निचली गंगा नहर में बहता देख बाहर निकाला. पूरी रात नहर में बहने और गर्भपात होने के कारण उसकी हालत बिगड़ गई. पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराने के साथ घरवालों को सूचित किया, लेकिन उसे लेने कोई भी नहीं पहुंचा.
फीरोजाबाद में जसराना के एक गांव की रहने वाली किशोरी ने बताया कि चार महीने पहले वह अपनी मौसी के गांव गई थी. एक दिन जब वह शाम को शौच के लिए खेत गई तो एक अज्ञात युवक ने उसके साथ रेप किया. साथ ही धमकी भी दी. घबराई किशोरी ने इस संबंध में किसी को कुछ नहीं बताया. बाद में जब वह गर्भवती हो गई तो मां को आपबीती बताई.
इस मामले में परिवारजनों ने आपस में सलाह-मशविरा किया और गुरुवार सुबह किशोरी का मामा बाइक से गांव पहुंच गया. वह किशोरी व उसकी मां को पाढ़म बाजार ले गया. आरोप है कि फिर नहर की पटरी पर किशोरी के हाथ-पैर बांध दिए और नहर में फेंक दिया. सीओ कुरावली सुरेशवीर सिंह ने बताया कि जसराना पुलिस को जानकारी दे दी गई है. रिपोर्ट किशोरी की शिकायत के आधार पर दर्ज की जाएगी.