फेक सिम केस में विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे की ओर से दाखिल याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आज गुरुवार को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से जवाब मांगा है. कोर्ट ने जवाब देने के लिए 4 हफ्ते का वक्त दिया है.
कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड के मास्टरमाइंड विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे की ओर से दाखिल याचिका में आईपीसी की धारा 419 और 420 के तहत दर्ज मुकदमे को रद्द करने की मांग की गई है. पुलिस की ओर से 19 नवंबर को मुकदमा दर्ज कराया गया था.
हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान अपर महाधिवक्ता मनीष गोयल और अपर शासकीय अधिवक्ता राजेश मिश्र ने सरकार की ओर से पक्ष रखा. जब याचिकाकर्ता ऋचा दुबे की ओर से अधिवक्ता प्रभा शंकर मिश्र ने बहस की.
इलाहाबाद हाईकोर्ट में जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर और जस्टिस दीपक वर्मा की डिवीजन बेंच में सुनवाई हुई. अब इस मामले में अगली सुनवाई मार्च महीने के पहले हफ्ते में होगी.
बायोपिक के खिलाफ केस
पिछले साल कई पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने वाले दुर्दांत अपराधी और गैंगस्टर विकास दुबे पर बन रही बायोपिक का मामला कानूनी पचड़े में फंसता नजर आ रहा है. विकास की पत्नी रिचा दुबे के अधिवक्ता ने इस मामले में कानूनी नोटिस भेजा है.
देखें: आजतक LIVE TV
जानकारी के मुताबिक ऋचा दुबे के वकील ने वेब सीरीज के निर्माता और निर्देशक को कानूनी नोटिस भेजा. निर्माता-निर्देशक मोहन नागर बिकरू कांड पर "हनक" नाम से एक बायोपिक बना रहे हैं. ऋचा दुबे के वकील ने कहना है कि बायोपिक भारतीय संविधान के अनुच्छेद- 21 का उल्लंघन है.