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'एक समय ऐसा भी था जब राम के अस्तित्व पर उठाए जाते थे सवाल', अयोध्या में बोले PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवाली की पूर्व संध्या पर अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव में शिरकत की. पीएम मोदी ने अयोध्या और अन्य धार्मिक स्थलों पर अपनी सरकार की ओर से कराए जा रहे विकास कार्य गिनाए और विपक्षी दलों पर निशाना भी साधा.

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नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवाली की पूर्व संध्या पर उत्तर प्रदेश के अयोध्या में आयोजित भव्य दीपोत्सव में शिरकत की. पीएम मोदी ने रामलला विराजमान के दर्शन-पूजन किए और रामलीला में पहुंचकर वनवास के बाद भगवान राम की पुष्पक विमान से अयोध्या वापसी के भावविभोर कर देने वाले दृश्य का दीदार किया. पीएम ने राम और सीता की आरती की और प्रतीकात्मक राज्याभिषेक भी किया. पीएम मोदी ने अयोध्या की धरती से देशवासियों को दीपों के पर्व दिवाली की शुभकामनाएं भी दीं.

पीएम मोदी ने अयोध्या में यूपी और केंद्र की सरकार की ओर से कराए जा रहे विकास कार्य भी गिनाए और पिछली सरकारों पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब इसी देश में भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए जाते थे. राम को लेकर बात करने से बचा जाता था. पीएम ने धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान पीछे छूटती जाने की चर्चा करते हुए कहा कि जब भी अयोध्या आता था, मेरा मन दुखी हो जाता था. हमने हीन भावना की बेड़ियों को पिछले आठ साल में तोड़ा है.

उन्होंने अयोध्या के साथ ही अन्य धार्मिक स्थलों पर कराए जा रहे विकास कार्य गिनाए और कहा कि हमारी सरकार ने अयोध्या से लेकर वाराणसी, केदारनाथ से लेकर महाकाल मंदिर तक हजारों करोड़ रुपये से विकास कार्य शुरू किए. वर्षों से उपेक्षित पड़े इन धार्मिक स्थलों को सजाने-संवारने का कार्य शुरू किया. पीएम मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ ही अन्य विकास परियोजनाओं की भी चर्चा की और कहा कि भगवान राम और निषाद राज की 51 फीट ऊंची प्रतिमा का भी निर्माण हो रहा है. उन्होंने आजादी के अमृतकाल की चर्चा की और लाल किले से लिए गए पंच प्रण को आत्मसात करने का आह्वान भी किया.

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मर्यादा मान रखना सिखाती है, देना भी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या नगरी से भगवान राम के जीवन, कर्तव्यबोध के साथ ही उनके जीवन के संदेशों की भी चर्चा की. उन्होंने कहा भगवान राम का जीवन हमें कर्तव्य पालन का संदेश देता है. उन्होंने कहा कि भगवान राम जब जिस अवस्था में रहे, अपने कर्तव्य का पूरी तरह से पालन किया. वन में गए तो वनवासियों को गले लगाया, शबरी के जूठे बेर खाकर समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के उत्थान का संदेश दिया. जब राजा बने तब आदर्श शासन किया.

दीवपों से दिव्य, भावनाओं से भव्य है अयोध्या

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज अयोध्या दीपों से दिव्य और भावनाओं से भी भव्य है. उन्होंने अयोध्या को भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण के स्वर्णिम अध्याय का प्रतिबिंब बताते हुए कहा कि हमने त्रेता युग की उस अयोध्या के दर्शन नहीं किए लेकिन आज आजादी के अमृतकाल में अयोध्या की अलौकिकता के साक्षी बन रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि सत्य की हर विजय, असत्य के अंत के मानवीय संदेश को हमने मजबूती से जीवंत रखा.

उन्होंने कहा कि दिवाली के दीपक हमारे लिए केवल एक वस्तु नहीं बल्कि भारत के आदर्शों, मूल्यों और दर्शन के जीवंत ऊर्जापुंज हैं. पीएम मोदी ने कहा कि प्रकाश का ये प्रभाव भारत के मूल मंत्र ‘सत्यमेव जयते’ की उद्घोषणा है. विजय हमेशा राम रूपी सदाचार की ही होती है, रावण रूपी दुराचार की नहीं. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि ये आध्यात्मिक प्रकाश भारत की प्रगति का पथप्रदर्शन करेगा.

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अंधेरी शाम में भी साथ देता है दीया

पीएम मोदी ने कहा कि दीया आशा भी देता है और ऊष्मा भी. दीया आग भी देता है और आराम भी. उन्होंने कहा कि उगते सूरज को तो हर कोई पूजता है लेकिन दीया अंधेरी शाम में भी साथ देता है. दीया स्वयं जलता है और अंधेरे को भी जलाता है. दीया मनुष्य के मन में समर्पण का भाव लाता है. पीएम मोदी ने कहा कि हम स्वयं जलते हैं, स्वयं तपते हैं, स्वयं खपते हैं लेकिन जब सिद्धि का प्रकाश पैदा होता है तो हम उसे निष्काम भाव से पूरे संसार के लिए बिखेर देते हैं. पूरे संसार को समर्पित कर देते हैं.

उन्होंने कहा कि जब हम स्वार्थ से ऊपर उठकर परमार्थ की यात्रा करते हैं तो उसमें सर्वसमावेश का संकल्प अपने आप समाहित हो जाता है. जब हमारे संकल्पों की सिद्धि होती है तो हम कहते हैं कि ये सिद्धि मेरे लिए नहीं बल्कि मानव मात्र के कल्याण के लिए है. दीप से दिवाली तक, यही भारत का दर्शन है, यही भारत का चिंतन है और यही भारत की चिरंतर संस्कृति है. उन्होंने कहा कि हम सब जानते हैं कि मध्यकाल और आधुनिककाल तक भारत ने कितने अंधकार भरे युगों का सामना किया है.

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हमने दीप जलाना नहीं छोड़ा

पीएम मोदी ने कहा कि जिन झंझावतों में बड़ी-बड़ी सभ्यताओं के सूर्य अस्त हो गए, उनमें हमारे दीपक जलते रहे और प्रकाश देते रहे. फिर उन तूफानों को शांत कर उद्दीप्त हो उठे क्योंकि हमने दीप जलाना नहीं छोड़ा. उन्होंने कहा कि हमने विश्वास बढ़ाना नहीं छोड़ा. उन्होंने कोरोना महामारी की चर्चा करते हुए कहा कि बहुत समय नहीं हुआ जब कोरोना महामारी की मुश्किलों के बीच इसी भाव से हर एक भारतवासी एक-एक दीपक लेकर खड़ा हो गया था और आज कोरोना के खिलाफ युद्ध में भारत कितनी ताकत से लड़ रहा है, ये दुनिया देख रही है. पीएम मोदी ने कहा कि ये प्रमाण है कि, अंधकार के हर युग से निकलकर भारत ने प्रगति के पथ पर अपने पराक्रम का प्रकाश अतीत में भी बिखेरा है और भविष्य में भी बिखेरेगा.

उन्होंने कहा कि जब प्रकाश हमारे कर्मों का साक्षी बनता है तब अंधकार का अंत अपने आप सुनिश्चित हो जाता है. जब दीपक हमारे कर्मों का साक्षी बनता है तब नई सुबह का, नई शुरुआत का आत्मविश्वास अपने आप मजबूत हो जाता है. इससे पहले पीएम मोदी ने अयोध्या रामलला विराजमान का दर्शन-पूजन किया और सरयू आरती में भी शामिल हुए. पीएम मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि पहुंचकर निर्माण कार्य का भी जायजा लिया और दीपोत्सव में भी शामिल हुए. पीएम मोदी ने रामलीला में पहुंचकर वनवास के बाद अयोध्या लौटे भगवान राम की आरती की और प्रतीकात्मक राज्याभिषेक किया.

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बना दीप जलाने का रिकॉर्ड

अयोध्या के दीपोत्सव में दीये जलाने का रिकॉर्ड बना. सरयू नदी के तट पर 15 लाख 76 हजार दीये जलाए गए. अयोध्या नगरी करीब 17 लाख दीयों की रोशनी से जगमग हो उठी. इसके लिए अयोध्या का नाम अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हो गया है. अयोध्या में लेजर शो भी आयोजित किया गया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. अयोध्या पहुंचे पीएम मोदी का यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. अयोध्या के आम नागरिकों ने भी प्रधानमंत्री का स्वागत किया.

 

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