उत्तर प्रदेश के महाधिवक्ता वीसी मिश्र को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का एक और नोटिस मिला है. उन पर सरकारी दौरे के समय सत्तारूढ़ राजनीतिक दल सपा के पक्ष में प्रचार का आरोप है. निर्वाचन आयोग को महोबा, मुरादाबाद और बांदा के जिला निर्वाचन अधिकारियों से ऐसी रिपोर्ट मिली है.
नोटिस के मुताबिक आयोग को पहले भरोसा दिया गया था कि महाधिवक्ता के सरकारी दौरे के समय किसी पार्टी के पक्ष में मतदाताओं को प्रभावित नहीं जाएगा. चुनाव संबंधी कार्य के लिए सरकारी मशीनरी का उपयोग भी नहीं होगा. तीन जिलों के निर्वाचन अधिकारियों से मिली रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने सरकारी दौरे में चुनाव कार्य किया है.
आयोग ने महाधिवक्ता के सरकारी दौरे को चुनावी दौरे का समिश्रण करार देते हुए उनसे सफाई मांगी है. दूसरी ओर वीसी मिश्र ने आयोग पर पलटवार करते हुए कहा है कि चुनाव आयोग बीजेपी के इशारे पर काम कर रहा है. चूंकि उन्होंने अमित शाह की याचिका का विरोध किया था जिसकी वजह से उनको याचिका वापस लेनी पड़ी इसलिए बदले की कार्रवाई की जा रही है.
महाधिवक्ता ने कहा कि वह नोटिस का जवाब देने को तैयार हैं मगर आयोग उन पर लगे आरोपों की सीडी सौंपे. उनका कहना है कि इससे पूर्व वह 23 जिलों का दौरा कर चुके थे तब आयोग ने नोटिस नहीं दिया.