यूपी की ताज नगरी और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा को जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेस वे पर तेज रफ्तार वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबरें अक्सर आती रहती हैं. अब यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसों की संख्या कम करने के लिए सड़क के दोनों तरफ क्रैश बीम बैरियर लगाए जाने का फैसला किया है. क्रैश बीम बैरियर लगाने का काम शुरू हो चुका है.
जानकारी के मुताबिक यमुना एक्सप्रेसवे पर क्रैश बीम लगवाने का यह काम गुजरात की एक कंपनी करा रही है. यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि क्रैश बीम बैरियर लग जाने के बाद हादसों में कमी आएगी. दरअसल, यमुना प्राधिकरण ने 165 किलोमीटर लंबे ग्रेटर नोएडा-आगरा एक्सप्रेस वे पर हादसों को रोकने के लिए दिल्ली आईआईटी से सिक्योरिटी ऑडिट करवाया था.
दिल्ली आईआईटी ने यमुना प्राधिकरण को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. दरअसल, दुर्घटना के सीसीटीवी फुटेज और एक्सप्रेसवे का गंभीर अध्ययन करने के बाद यह नतीजा निकला कि ज्यादातर एक्सीडेंट्स में वाहन डिवाइडर को पार करते हुए एक से दूसरी तरफ चले गए. यह अपनी रिपोर्ट में आईआईटी दिल्ली ने सुझाव दिया कि एक्सप्रेसवे डिवाइडर के दोनों तरफ क्रैश बीम बैरियर लगा दिए जाएं.
इसके लगने से हादसे के बाद वाहन दूसरी लेन में नहीं जाएंगे. अक्सर हादसा होने के बाद वाहन दूसरी लेन में चले जाते हैं. इससे यह हादसा और बड़ा हो जाता है. दूसरी लेन में चल रहे वाहन चालकों को पता होता नहीं है और अचानक से सामने वाहन आने से वह भी दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं. क्रैश बीम बैरियर लगने से इसमें कमी आएगी. गुजरात की कंपनी ने क्रैश बीम बैरियर लगाने का काम शुरू कर दिया है. प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि यह काम 18 महीने में काम पूरा कर लिया जाएगा.