भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद अमित शाह पहली बार लखनऊ में एक कार्यकर्ता सम्मलेन में पहुंचे जहां बीजेपी के यूपी के नेताओं और पदाधिकारियों ने उनका जोरदार स्वागत किया.
अमित शाह ने इस मौके पर कहा कि उनका अगला लक्ष्य यूपी में बीजेपी का मुख्यमंत्री बनाना है. जबतक ऐसा नहीं होगा वो चैन से नहीं बैठेंगे. मुलायम सिंह और अमर सिंह के बीच बढ़ रही नजदीकियों और मुलाकातों के सिलसिले पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपनी साख खो चुकी समाजवादी पार्टी में अमर सिंह के आने से पार्टी जिंदा होने वाली नहीं है.
इसके अलावा सपा सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरते हुए शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदतर है और सरकार के इशारे पर प्रशासन एक तरफा कार्रवाई कर रहा है. उन्होंने कहा कि वोट बैंक की राजनीति के चक्कर में सरकार ने दंगे करने की खुली छूट दे रखी है. इसके अलावा अमित शाह का कहना था कि अपनी ही पार्टी के लोगो की जांच समिति बनाकर समाजवादी पार्टी ने निर्दोष बीजेपी सांसद को सहारनपुर में हुए दंगों का दोषी बना दिया. इस सम्मलेन में बीजेपी के यूपी अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी, कल्याण सिंह, विनय कटियार सहित कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे.
देर शाम अमित शाह उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से भी मिले. अमित शाह बुधवार को वाराणसी में होंगे, जहां वो नरेंद्र मोदी के कार्यालय का उद्घाटन करेगें. अमित शाह ने कहा, 'यूपी की जनता ने जो जनादेश लोकसभा चुनाव में दिया, मुझे लगा था इससे सपा और मुलायम सिंह संभल जाएंगे. यहां तो उल्टा हो गया. यूपी में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. यूपी में कानून व्यवस्था की जो परिस्थिति बनी है इसके लिए सपा की तुष्टिकरण की राजनीति, वोट बैंक की राजनीति जिम्मेदार है.'
उन्होंने कहा कि सहारनपुर में दंगे हो गए, मुलायम सिंह को लगा कानून व्यवस्था की परिस्थिति ठीक नहीं है, अपनी पार्टी की कमेटी बना दी रिपोर्ट क्या आनी थी ये तय था, क्योंकि कमिटी ही समाजवादी पार्टी की थी. उत्तर प्रदेश की जनता जानती है कौन दंगे करा रहा है, दंगे करने की खुली छूट इस सरकार ने दी है और प्रशासन क्या कर रहा है.
अमित शाह ने कहा, 'सरकार की बिजली उत्पादन करने की मंशा ही नहीं है. सरकार तो पुराने साथियों को मनाने में जुटी हुई है. यहां बाढ़ आई आपने देखा सीएम को वहां जाते हुए मुलायम सिंह या आजम खान को वहां जाते हुए? अमर सिंह आ जाते हैं और उनको लेने पहुंच जाते हैं, मुलायम सिंह जी जनता का हाल पूछने जाइए अमर सिंह को लाने से सपा जीवित होने वाली नहीं है.