उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से शुरू हुई दो गुटों की हिंसा में अब 40 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है. प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक मुजफ्फरनगर में ताजा हिंसा नहीं हुई है, लेकिन जिले के आसपास फैली छिटपुट हिंसा की वजह से मौत का आंकड़ा 40 तक पहुंच गया है. उधर समाजवादी पार्टी आज से आगरा में दो दिवसीय कार्यकारिणी की बैठक करने जा रहा है जहां इस मामले पर भी मंथन होना है.
प्रशासन ने मुजफ्फनगर में हिंसा फैलाने के आरोप में करीब एक हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 7 हजार से ज्यादा लोगों को नजरबंद किया गया है. हालात पूरी तरह से सुधरने तक सुरक्षाबलों की तैनाती जारी रहेगी.
इस बीच मुजफ्फरनगर में हालात अब सामान्य होने लगे हैं. मंगलवार को सेना के कड़े पहरे में घरों तक दूध, न्यूज पेपर, कुछ रोजमर्रा की चीजें पहुंचाने का काम हुआ.
माहौल सुधरता देख प्रशासन ने शाम 3.45 से 5.30 बजे तक पहली बार कर्फ्यू में ढील भी दी. स्थानीय प्रशासन का दावा है कि हालात तनावपूर्ण हैं, लेकिन काबू में हैं.
एहतियात के तौर पर जिले में सभी स्कूल और कॉलेज अगले आदेश तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं. गांवों में सेना और पुलिसकर्मियों की गश्त लगातार जारी है.
आगरा में SP की कार्यकारिणी बैठक
मुजफ्फरनगर हिंसा को लेकर विपक्ष के हमले झेल रही उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति तैयार करने के लिए ताजनगरी आगरा में आज से दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित कर रही है.
सपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी चुनाव के बाद तीसरे मार्चे के गठन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का लक्ष्य लेकर चल रही है.
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादन ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की पूर्व संध्या पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘तीसरे मोर्चे को बहुमत मिलेगा. जिसका गठन चुनाव के बाद होगा.’