मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी लाने की कवायद के बीच एंबुलेंस मामला चर्चा में आ गया है. बाराबंकी पुलिस इस मामले में मुख्तार अंसारी के करीबी शोएब किदवई उर्फ बॉबी को पूछताछ के लिए ले गई. ऐसे में बाराबंकी पुलिस ने यहां आरटीओ में एम्बुलेंस के पंजीकरण को लेकर बॉबी से पूछताछ की है.
दरअसल, पंजाब की रोपड़ जेल में बंद उत्तर प्रदेश के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी बुधवार को मोहाली की कोर्ट में पेश हुआ. पता चला है कि इस दौरान जिस यूपी नंबर की एंबुलेंस से मुख्तार मोहाली कोर्ट गया था, वो एंबुलेंस एक निजी एंबुलेंस थी, जिसका रजिस्ट्रेशन बाराबंकी में एक निजी अस्पताल के नाम से है. अब यह एंबुलेंस चर्चा में आ गई है. जिसकी जांच के लिए एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया गया है.
मोहाली के एक बिल्डर से फिरौती मांगने के मामले में मुख्तार अंसारी की बुधवार को मोहाली कोर्ट में पेशी थी. इसके लिए वो रोपड़ जेल से मोहाली कोर्ट पहुंचा था. रोपड़ जेल से मोहाली कोर्ट तक मुख्तार को यूपी नंबर की एक निजी एंबुलेंस से लाया गया.
छानबीन करने पर पता चला कि वो एंबुलेंस यूपी में बाराबंकी के एक निजी अस्पताल के नाम पर रजिस्टर्ड है. एंबुलेंस का नंबर यूपी 41 एटी 7171 है. यूपी में एंबुलेंस सेवा प्रदान करने वाली कंपनी का बयान है कि मुख्तार अंसारी को मोहाली कोर्ट ले जाने वाली एंबुलेंस उत्तर प्रदेश के किसी भी सरकारी अस्पताल से नहीं जुड़ी है. अब इस मामले को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है.
मुख्तार की आवाज़ को किया गया इंटरसेप्ट
वहीं मुख्तार अंसारी को पंजाब की जेल से यूपी लाने की कवायद के बीच LMG (लाइट मशीन गन) कांड को लेकर चर्चा तेज है. इस बीच दावा किया गया कि यूपी एसटीएफ ने LMG खरीदने की बात करते हुए मुख्तार की आवाज को इंटरसेप्ट किया था.
इस मामले में STF ने POTA के तहत मामला भी दर्ज किया था. मुन्नर यादव और बाबूलाल पर केस दर्ज हुआ था. दोनों मुख्तार के करीबी थे. उस वक्त छापेमारी में एसटीएफ ने LMG और कारतूस बरामद किए थे. STF ने सर्विलांस के जरिए मुख्तार अंसारी और उसके करीबी के बीच कॉल को इंटरसेप्ट किया था.