भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के उत्तर प्रदेश सचिव डॉ. गिरीश ने कहा कि मोदी सरकार ने जिस प्रकार यात्री भाड़े और रेल भाड़े के साथ-साथ डीजल के दामों में बढ़ोतरी और चीनी के आयात शुल्क में वृद्धि के फैसले लिए हैं, उससे आसमान छूती महंगाई से जनता को निकट भविष्य में 'अच्छे दिन' आने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करते समय भी फसलों की आ रही लागत को विचार में नहीं लिया गया और किसान विरोधी फैसला किया गया है.
भाकपा की राज्य काउंसिल की दो दिवसीय बैठक में राज्य सचिव डॉ. गिरीश ने कहा कि भाकपा के राज्य कार्यालय पर अतुल कुमार सिंह की अध्यक्षता में शुरू हुई इस दो दिवसीय बैठक में शनिवार को राजनीतिक एवं संगठनात्मक रिपोर्ट पेश की गई.
डॉ. गिरीश ने कहा कि मोदी सरकार बनने की प्रत्याशा में सरकार बनने के पूर्व से ही कुलांचे मार रहा शेयर बाजार अब लड़खड़ाने लगा है और विदेशी मुद्रा बाजार में रुपये हालत लगातार पतली हो रही है. इस कारण तमाम जिन्सों के दामों में वृद्धि के आसार पैदा हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अपने निर्णयों से मोदी सरकार ने यह संकेत दे दिया है कि वह महंगाई और बेरोजगारी बढ़ाने वाली कांग्रेस की नई आर्थिक नीतियों को ही आगे बढ़ाएगी.