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बस्ती : मनरेगा में बिना काम किए ही कर दिया लाखों का भुगतान, बीडीओ सहित स्टाफ से होगी तीन गुना वसूली

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में मनरेगा योजना में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. यहां बिना काम कराए ही लाखों रुपये का भुगतान कर दिया गया है. जांच में मामला खुलने के बाद रिकवरी के आदेश दिए गए हैं. 

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मनरेगा में बिना काम किए ही कर दिया लाखों का भुगतान   (सांकेतिक तस्वीर)
मनरेगा में बिना काम किए ही कर दिया लाखों का भुगतान (सांकेतिक तस्वीर)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले का मामला
  • 18 परियोजनाओं के स्थल पर यूं कर दिया भुगतान

यूपी में बस्ती जिले के विकास खंड हर्रैया में 20 परियोजनाओं पर बिना काम कराए भुगतान कर दिया गया.  इसका खुलासा डीएम के निर्देश पर एक साथ 21 अधिकारियों की जांच में हुआ.

जांच में पता चला कि 18 परियोजनाओं के स्थल पर बिना नागरिक सूचना बोर्ड (सीआईबी) लगाए ही पेमेंट कर दिया गया. अब खंड विकास अधिकारी समेत चार जिम्मेदार अधिकारियों से बराबर-बराबर धनराशि की वसूली होगी. वसूली का निर्देश डीएम सौम्या अग्रवाल ने दिया है.

कागजों में ही किए गए ये कार्य

परियोजना निदेशक व उपायुक्त मनरेगा कमलेश सोनी ने बताया कि विकास खंड हर्रैया की तीन परियोजनाओं पर बिना काम कराए भुगतान कर दिया गया. इसमें बसदेवा कुंवर में 94500 रुपये की लागत से शिव प्रसाद के चक से पखेरवा सरहद तक मिट्टी कार्य, हरिवंशपुर में 81,900 रुपये की लागत किशन कुमार के चक से महेश सिंह के चक तक मिट्टी कार्य और 76,200 रुपये की लागत से मिट्टी कार्य शामिल है. 

क्षेत्र में 18 परियोजनाओं पर नागरिक सूचना बोर्ड लगाने के लिए 4100 रुपये की दर से भुगतान किया गया, लेकिन सत्यापन के दौरान पता चला कि बिना सीआईबी लगाए ही भुगतान कर दिया गया. इसके लिए खंड विकास अधिकारी को सीधे जिम्मेदार ठहराया गया है और चार गुना वसूली की जाएगी.

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ढाई लाख रुपये की हुई गड़बड़ी

परियोजना निदेशक मनरेगा कमलेश सोनी ने कहा कि डीएम ने परियोजना स्थल पर सीआईबी न लगाने और 18 स्थानों पर 4100-4100 रुपये का भुगतान करने के मामले में 2,53,730 रुपये की धनराशि का दुरुपयोग होना माना है. इस धनराशि को चार बराबर हिस्सा करते हुए प्रत्येक से 63440 रुपये की वसूली का आदेश जारी किया गया है. इस धनराशि की वसूली तत्कालीन खंड विकास अधिकारी हर्रैया, कार्य प्रभारी, संबंधित तकनीकी सहायक और लेखाकार से होगी.

इनपुट- मजहर आजाद

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