भारतीय जनता पार्टी के सांसद साक्षी महाराज ने एक बार फिर विवादास्पद बयान दिया है. उन्होंने मुसलमानों की नसबंदी और उनके मताधिकार छीने जाने की मांग की वकालत की है.
साथ ही मुसलमानों को मिलने वाली सहूलियतों पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, 'तुष्टिकरण ने देश को बर्बाद कर दिया है. अब देश में मोदी युग आ चुका है. इसलिए तुष्टिकरण की राजनीति अब नहीं चलेगी.' साक्षी महाराज ने कहा, 'इस देश में एक जाति विशेष की लड़की को वजीफा दिया जाता है. हिंदुओं के मंदिरों में टैक्स लगाया जाता है. वहीं दूसरे लोगों को यात्रा करने में भी छूट दी जाती है. अब ये तुष्टिकरण की राजनीति बिल्कुल नहीं होने दी जाएगी.' उन्होंने शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में मुसलमानों से मताधिकार छीनने की मांग को जायज ठहराया है.
साक्षी महाराज ने परिवार नियोजन के लिए ऐसे कड़े कानून की मांग की है जो सभी जाति, धर्म के लोगों के लिए एक समान हो. उन्होंने कहा, 'परिवार नियोजन भारत सरकार का उपक्रम है. हिंदुओं की भी नसबंदी हो रही है. अगर मुसलमान नहीं करा रहे है तो मैं नहीं कहता कि मुसलमान और ईसाइयों की करवा दो. लेकिन देश में ऐसा एक कानून होना चाहिए जो सबके लिए एक हो. क्योंकि देश की बढ़ती हुई जनसंख्या चिंता का विषय है.'
बीजेपी सांसद ने पक्ष और विपक्ष से अपील की है कि सभी को मिलकर परिवार नियोजन का एक ऐसा कड़ा कानून बनाना चाहिए जिसका सभी को पालन होगा. और उस कानून का पालन ना करने वालों से सजा के तौर पर वोट देने का अधिकार छीन लिए जाने का प्रावधान हो. गौरतलब है कि हिंदू महासभा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष साध्वी देवा ठाकुर ने बढ़ती आबादी को रोकने के लिए मुसलमानों की नसबंदी कराने की बात कही है.
साक्षी ने आरक्षण को भी गलत ठहराते हुए कहा, 'राम विलास पासवान हो या खुद साक्षी महाराज, आरक्षण की जरूरत नहीं है. इसलिए इस पर विचार करने की जरूरत है. आगे चलकर सरकार को इस दिशा में कदम उठाना ही पड़ेगा.'
क्या साक्षी महाराज लगातार अपने बयानों से मोदी सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं