जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आतंकवादियों से लड़ते हुए सुरक्षाबलों के जवान शहीद हुए हैं. मंगलवार को अनंतनाग में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई, इसमें मेरठ के रहने वाले मेजर केतन शर्मा शहीद हो गए. 29 साल के केतन शर्मा अभी कुछ ही दिन पहले छुट्टी से वापस ड्यूटी पर लौटे थे और परिवार से वादा किया था कि जल्द ही वापस घर आएंगे, लेकिन ये संभव नहीं हो सका.
शहीद केतन शर्मा का पार्थिव शरीर मंगलवार को दिल्ली लाया गया, जहां पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनके साथ सेना प्रमुख बिपिन रावत भी मौजूद रहे.
Delhi: Defence Minister Rajnath Singh pays tribute to Army Major Ketan Sharma who lost his life in Anantnag encounter yesterday. Army Chief General Bipin Rawat also present. pic.twitter.com/rHrjnTK4En
— ANI (@ANI) June 18, 2019
इसके बाद ही उनके पार्थिव शरीर को मेरठ ले जाया गया, जहां उनके अंतिम संस्कार में हजारों की भीड़ इकट्ठा हुई. इस दौरान आम लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए. बता दें कि मेरठ कैंट इलाका है, ऐसे में सेना के वरिष्ठ अधिकारी और अफसर भी उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए.
Meerut: Family of Major Ketan Sharma mourns his demise, at their residence in Kanker Khera. The Major lost his life in an encounter with terrorists at Anantnag in Jammu and Kashmir yesterday. pic.twitter.com/4xvWnZcA9t
— ANI UP (@ANINewsUP) June 18, 2019
मेरठ में शहीद केतन शर्मा के घर पर अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए जनसैलाब उमड़ा.
Last rites of Army Major Ketan Sharma being performed at his residence in Meerut. He lost his life in Anantnag encounter yesterday. pic.twitter.com/lpNr9Cixxb
— ANI UP (@ANINewsUP) June 18, 2019
सोमवार को अनंतनाग के एकिंगम में आतंकियों के छिपे होने का इनपुट मिला था. इसके बाद सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था. दोनों तरफ से फायरिंग हुई और इसी में मेजर केतन शर्मा शहीद हो गए. शहादत की खबर सुनते ही उनके परिवार में शोक की लहर दौड़ पड़ी है, इतना ही नहीं मेरठ में भी गमगीन माहौल है.
तीन साल की बेटी भी गमगीन
केतन शर्मा की पांच साल पहले ही शादी हुई थी. उनके परिवार में माता-पिता के अलावा पत्नी इरा और एक तीन साल की बेटी काइरा है. पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है, तो तीन साल की बच्ची को अभी कुछ खबर ही नहीं है. 2012 में ही वह IMA देहरादून से सेना में लेफ्टिनेंट बने थे, जिसके बाद उनकी पहली पोस्टिंग पुणे में हुई थी. दो साल पहले ही उन्हें अनंतनाग भेजा गया था.
मेरठ की शान केतन शर्मा
केतन शर्मा, मेरठ के कैंट इलाके के रहने वाले थे. मंगलवार जैसे ही उनकी शहादत की खबर आई तो सेना के बड़े अधिकारी, कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल समेत स्थानीय नेता उनके घर श्रद्धांजलि देने पहुंचे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी.
योगी सरकार की ओर से उनके परिवार को 25 लाख रुपये की सहायता, एक सरकारी नौकरी और मेरठ में सड़क का नाम केतन शर्मा के ऊपर करने का ऐलान किया है. ना सिर्फ नेता बल्कि मेरठ के स्थानीय निवासी भी अपने हीरो को सलामी देने के लिए उनके घर पहुंच रहे हैं.
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में बीते कुछ दिनों में लगातार मुठभेड़ हो रही हैं. मंगलवार को केतन शर्मा शहीद हुए थे, उनसे कुछ ही दिन पहले अनंतनाग में हुए आतंकी हमले में पांच जवानों ने अपनी जान गंवाई थी. तो वहीं सुरक्षाबल भी आतंकियों को लगातार मौत के घाट उतार रहे हैं, जून तक करीब 100 आतंकियों को मारा जा चुका है.